नहर नहीं, खेत में ही बना दिया पुल; बिहार में हुआ अजीब कारनामा
एक दिलचस्प बात यह भी कि यह पुल किस उद्देश्य से बनाया गया है इसका भी जिक्र यहां नहीं किया गया है। पुल बनाने की वजह को लेकर कोई बोर्ड इत्यादि भी यहां नहीं लगाया गया है। पुल से लोगों की मुश्किल बढ़ी है।
बरसात के मौसम में बिहार के अलग-अलग जिलों में पुलों के ढहने की काफी चर्चा हो रही है। लेकिन यह खबर किसी पुल के ढहने की नहीं बल्कि एक ऐसे पुल के निर्माण की है जो आम जनता के लिए बिल्कुल ही बेकार साबित हो रही है। दिलचस्प यह भी है कि आननफानन में इस पुल का निर्माण नहर पर ना कर खेत में ही कर दिया गया है। यह पुल अब यहां के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
दरअसल अररिया जिले के रानीगंज के परमानंदपुर गांव में खेत के बीच में पुल तो बना दी गई लेकिन पुल के दोनों और कोई सड़क नहीं है। इतना ही नहीं पुल के दोनों ओर सड़क बनेगी भी या नहीं इसको लेकर भी गांव के लोगों में संशय की स्थिति है। गांव के रहने वाले अर्जुन मंडल, देवेंद्र मंडल, कृत्यानंद मडल और पप्पू मंडल समेत गांव के अन्य लोगों ने बताया कि खेत के बीचोंबीच यह पुल करीब 6 महीने से बना हुआ है।
एक दिलचस्प बात यह भी कि यह पुल किस उद्देश्य से बनाया गया है इसका भी जिक्र यहां नहीं किया गया है। पुल बनाने की वजह को लेकर कोई बोर्ड इत्यादि भी यहां नहीं लगाया गया है। मुश्किल यह है कि इस पुल के बन जाने से रास्ता ही बाधित हो गया।
इलाके के लोगों का कहना है कि जब इस पुल का निर्माण नहीं हुआ था तब वो इसी रास्ते से होकर धार के उस पार जाते थे। लेकिन यह पुल बन जाने से उनका रास्ता भी बाधित हो गया है। कई गांव वालों का कहना है कि उनकी सारी खेती-बाड़ी धार के उस पार ही है। पुल के बनने के बाद किसी भी तरह का सड़क निर्माण नहीं किया गया है।
गांव वालों का कहना है कि पुल होकर जिस सड़क का निर्माण होना था वो अब नहर पर बन रहा है। इलाके के लोगों ने चेतावनी दी है कि करोड़ों रुपये की लागत से बनी इस पुल के अगर दोनों तरफ सड़क नहीं बनाई गई तो वो आंदोलन करने के लिए विवश हो जाएंगे।