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बालिका गृह कांड: विदेशी महिलाओं को भी अल्पावास गृह में रखता था ब्रजेश ठाकुर

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर संस्था सेवा संकल्प की आड़ में बिहार की बेटियों को ही सिर्फ दुश्वारियां नहीं देता था, बल्कि विदेशी महिलाओं को भी अपना शिकार बनाता था। सेवा...

बालिका गृह कांड: विदेशी महिलाओं को भी अल्पावास गृह में रखता था ब्रजेश ठाकुर
पटना, कार्यालय संवाददाताTue, 21 Aug 2018 12:15 AM
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मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर संस्था सेवा संकल्प की आड़ में बिहार की बेटियों को ही सिर्फ दुश्वारियां नहीं देता था, बल्कि विदेशी महिलाओं को भी अपना शिकार बनाता था। सेवा संकल्प संस्था द्वारा संचालित अल्पावास गृह में बांग्लादेश और नेपाल की कई महिलाओं को जबदस्ती रखे हुए था। उन्हें भी देह व्यापार में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जाता था। यही नहीं, उनके साथ भी मारपीट की जाती थी।

ब्रजेश पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अल्पावास गृह को बंद कर दिया गया है। हिंसा से पीड़ित 16 महिलाओं को बेगूसराय अल्पावास गृह में रखा गया है। वहां की एक बांग्लादेशी महिला को ब्रजेश ठाकुर रखे हुए था। उस महिला के अनुसार, तीन साल पहले वह फ्लाइट से पटना आयी थी। रात होने के कारण वह ऑटो से हाजीपुर जा रही थी। रास्ते में ऑटो में ही उसे नशा सूंघा दिया गया। जब होश में आई तो खुद को मुजफ्फरपुर के अल्पावास गृह में पाया। महिला के मुताबिक, ब्रजेश की राजदार रही मधु ने उसका पासपोर्ट और वीजा छीन लिया था। कभी-कभी मोबाइल से घर पर बात करवाती थी। बांग्लादेशी महिला का बैंक पासबुक और पैसा भी छीन लिया गया था।

नौकरी का झांसा देकर ले जाता था अल्पावास गृह
ब्रजेश ठाकुर युवतियों और महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर अल्पावास गृह में ले जाता था। वहां जाने के बाद उनके बाहर निकलने का रास्ता बंद कर दिया जाता था। अल्पावास गृह से महज दो किलोमीटर की दूरी पर रहने वाली एक महिला के हाथ में उसके घर का पूरा पता गोदा हुआ था। इसके बाद भी ब्रजेश ने उसे घर नहीं जाने दिया था। हाल में ही उसे बेगूसराय से मुजफ्फरपुर स्थित उसके घर भेजा गया।

पीएमसीएच में भर्ती नूरजहां मुजफ्फरपुर दरभंगा की रहने वाली है। प्रेम विवाह के कारण मोहल्ले वालों ने उसका बहिष्कार कर दिया था। वह गर्भवती थी। समाज के उलाहना से परेशान थी। बच्ची का जन्म हुआ तो उसे नाले में बहा रही थी। उसके बाद नूरजहां को मुजफ्फरपुर के अल्पावास गृह में रखा गया। अनदेखी के कारण वह संक्रमण की शिकार हो गयी। 15 दिन पहले उसे उत्तर रक्षा गृह में रखा गया।

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