थाने में FIR में पर सदन में उबाल, RJD-कांग्रेस-लेफ्ट विधायकों ने अपनी सरकार की पुलिस पर उठाई उंगली
राजद विधायक ऋषि कुमार ने कहा कि आम आदमी को थाना में FIR दर्ज कराने में बहुत मुश्किल होता है। जब तक पैरवी नहीं होती तब तक केस दर्ज नहीं होता। लेफ्ट विधायक अजय कुमार ने भी राजद विधायक का समर्थन किया।

बिहार विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को भी हंगामे के साथ शुरू हुआ। विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ताधारी दल के विधायकों ने भी अपने अपने मुद्दों को लेकर सदन में हंगामा किया। इस बीच राजद और वाम दल और कांग्रेस के विधायकों ने महागठबंधन सरकार की कार्यशैली पर उंगली उठाई। आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में थाने में एफआईआर दर्ज करने को लेकर पुलिस मनमानी करती है।
राजद विधायक ऋषि कुमार ने कहा कि आम आदमी को थाना में FIR दर्ज कराने में बहुत मुश्किल होता है। जब तक कोई पैरवी नहीं होती तब तक केस दर्ज नहीं होता। वाम दल के विधायक अजय कुमार ने भी राजद विधायक के सवाल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पुलिस केस करने गए लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करती है।
महागठबंधन के घटक कांग्रेस के विधायक भी दोनों का समर्थन में बोलने लगे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ विधायक विजय शंकर दुबे ने कहा कि कार्यशैली को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि थाना पर बेवजह लोगों को पकड़ कर रखा जाता है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। यह बात कही से ठीक नहीं है। इस पर रोक लगनी चाहिए।
इस पर विभागीय मंत्री विजेंद्र यादव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा मामला है तो उसकी जानकारी दीजिए। पुलिस आम आदमी को सुविधा देने के लिए है। पुलिस को हर हाल में आम आदमी उसको सहयोग देना है और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है।
बात यहीं नहीं रुकी। इसके बाद बारी थी आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र की। भाई वीरेंद्र ने दो कदम आगे बढ़कर पुलिस पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि थाना में पैरवी के बिना कोई काम नहीं होता है। एफआईआर दर्ज करने में भी जब तक चढ़ावा नहीं दिया जाए तब तक केस दर्ज नहीं होता। ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की मांग भाई वीरेंद्र ने की।
मंत्री विजेंद्र यादव ने अपने जवाब में कहा कि एफआईआर दर्ज करने में कोताही बरतने वालों पर सरकार कार्रवाई करेगी। उन्होंने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि जल्द ही इस बारे में सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया जाएगा।