बारिश का कहर:बिहार में बाढ़ की स्थिति, नीतीश ने केंद्र से मांगी मदद
बिहार के सीमांचल जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात का जायजा लेने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने...
बिहार के सीमांचल जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात का जायजा लेने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह एवं रक्षा मंत्री अरूण जेटली से बात कर उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया तथा सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। बिहार के अतिरिक्त पश्चिम बंगाल और असम में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात उत्तपन्न हो गए हैं। इसके चलते इन राज्यों में जाने वाली 20 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने पटना स्थित विद्यापति भवन में एक कार्यक्रम में कहा कि नेपाल में हो रही भारी बारिश तथा बिहार के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं. कई गांवों में पानी भर गया है। नीतीश ने कहा कि हालात पर शनिवार शाम से ही लगातार नजर रखी जा रही है। एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की कंपनी जो बिहार में उपलब्ध थी, उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है। इसके अलावा अतिरिक्त एनडीआरएफ कंपनी की मांग केंद्र सरकार से की गई है। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर बाढ़ की स्थिति पर एक आपात बैठक भी की।
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बैठक में जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव और कई वरिष्ठ अफसर उपस्थित थे. इस बैठक के बाद मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्र से एनडीआरएफ की 10 अतिरिक्त टुकड़ियों की मांग की है. साथ ही बचाव एवं राहत कार्यों के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की तैनाती का अनुरोध किया है।
नीतीश ने केंद्र सरकार से मांगी मदद
प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। बचाव कार्य के लिए वायुसेना के गोरखपुर बेस से हेलीकॉप्टर की मांग की गई है और वहां से भी सहायता जल्द पहुंचने वाली है। पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में बीते 24 घंटे में हुई भारी बारिश के चलते रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार और अलीपुरद्वार के कई हिस्सों में रेल ट्रैक पानी में डूब गया है। किशनगंज में शुरू किए गए सात राहत शिविरों में भी पानी प्रवेश कर गया है और वहां के लोगों को भी अब ऊंचे स्थानों पर पहुंचा जाना है।