निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बिहार के सीवान के जिला परिषद अभियंता धनंजयमणि तिवारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में बड़ी कार्रवाई की है। रविवार को अभियंता के तीन ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान करोड़ों की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। इसमें बड़ी संख्या में जमीन भी शामिल है। अबतक की जांच में 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति मिली है। निगरानी की छानबीन अभी जारी है।
करोड़ों में है संपत्ति की कीमत
सीवान के जिला परिषद कार्यालय में तैनात अभियंता धनंजयमणि तिवरी के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 19 फरवरी को 1,55,55,524 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद रविवार को सीवान स्थित उनके कार्यालय कक्ष, शहर के मालवीय नगर स्थित तीन मंजिला मकान और पचरूखी के पृतक घर की एक साथ तलाशी ली गई। निगरानी केमुताबिक इस दौरान जमीन के 78 दस्तावेजो के अलावा 22 बैंक खाते, 20 जीवन बीमा पॉलिसी के कागजात भी हाथ लगे। वहीं 10 लाख से अधिक मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण के साथ हार्वेस्टर, ट्रैक्टर, स्कार्पियो और मोटरसाइकिल भी है। अबतक की तलाशी में 4 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का पता चला है।
संपत्ति के ब्योरा में नहीं है जिक्र
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार धनंजयमणि तिवारी द्वारा दिए जानेवाले वार्षिक संपत्ति के ब्योरा में इन संपत्तियों में कई का उल्लेख नहीं है। बरामद दस्तावेज की छानबीन की जा रही है। अधिकारियों को आशंका है कि जांच में और अधिक संपत्ति मिल सकती है।
अनुबंध पर कर रहे नौकरी
धनंजयमणि तिवारी कुछ माह पूर्व सेवानिवृत हो गए थे। इसके बाद अनुबंध पर वह जिला परिषद कार्यालय में अभियंता की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अधिकांश संपत्ति उनके और पत्नी संजुला तिवारी के नाम पर है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।