नेपाल में भारी बारिश से उफान पर बिहार की नदियां; अररिया में बाढ़ जैसे हालात, निचले इलाकों घुसा पानी
नेपाल हो रही तेज बारिश से अररिया जिले में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। सीताधार नदी और सुरसुर नदी उफान पर है। और शहर के निचले इलाकों में पानी घुस गया है। प्रशासन उचित कदम उठा रहा है।
नेपाल के पहाड़ी और तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से अररिया जिले की सुरसुर नदी समेत शहर के बीचोबीच बहने वाले सीताधार के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से निचले इलाकों में पानी भर गया है। इससे लोगों में बाढ़ को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। इधर शनिवार से सीताधार के लगातार जलस्तर हो रही भारी वृद्धि के चलते शहर के बस स्टैंड से कुबेर टोला होकर अनुमंडल न्यायालय जाने वाले मुख्य सड़क मार्ग पर दो से तीन फीट पानी का तेज बहाव होने से कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे आवागमन बाधित हो गया है।
रविवार की सुबह भी जलस्तर में बढ़ोतरी होने की बात स्थानीय लोगों ने कही है। कुबेर टोला स्थित मस्जिद के समीप पानी के तेज बहाव से सड़क क्षतिग्रस्त होने से वाहनों और दो चक्का वाहनों की आवाजाही पूरी से बाधित हो गई है। इसके अलावे शहर के वार्ड संख्या 7 के निचले इलाकों में भी पानी तेजी से बढ़ने के कारण लोगों में बाढ़ आने की संभावना के मद्देनजर खतरा बढ़ गया है। अनुमंडलीय न्यायालय के पीछे इलाकों में चारों ओर पानी भरा पड़ा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीताधार में अतिक्रमण होने और जलकुंभी की समुचित साफ सफाई नहीं होने के कारण सीताधार से पानी का बहाव सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। जिससे समस्या विकराल होती जा रही है। लोगों ने कहा कि मानसून से पूर्व ही नप के अधिकारियों द्वारा सीताधार से जलकुंभी हटाने की बात कही गई थी, मगर आज तक सीताधार से जलकुंभी हटाने की बात सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गई।
लोगों का कहना है कि नेपाल में हो रही बारिश के चलते सुरसुर नदी एवं परमान नदी के द्वारा सीताधार में पानी के बहाव तेजी से हो रहा है। जिसके चलते रामपुर उत्तर पंचायत के साथ साथ फारबिसगंज कॉलेज के पीछे सायरानगर आदि स्थानों के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो रखी है।
जल जमाव होने से सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बच्चों को हो रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने अनुमंडल प्रशासन सहित नगर परिषद प्रशासन से अविलंब सीताधार से जलकुंभी की साफ सफाई एवं कुबेर टोला में क्षतिग्रस्त सड़कों के बीच सायफन लगाने की मांग की है, ताकि सीताधार से जल का बहाव आसानी से हो सके।
लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर ,और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।