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बिहारः अब सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी 611 दवाएं, तेजस्वी यादव ने लिस्ट जारी की; डॉक्टरों की गृह जिले में पोस्टिंग

तेजस्वी यादव ने कहा कि यह राष्ट्रीय मानक के अनुरूप है। औषधि में कैंसर, किडनी, स्ट्रोक, हाइपरटेंशन, मधुमेह, मातृ शिशु की दवा को रखा गया है। राष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य मानक के अनुसार उपकरण भी उपलब्ध रहेंगे

बिहारः अब सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी 611 दवाएं, तेजस्वी यादव ने लिस्ट जारी की;  डॉक्टरों की गृह जिले में पोस्टिंग
Sudhir Kumarहिंदुस्तान,पटनाSun, 05 Feb 2023 08:01 AM

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बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं से संबंधित  पुस्तिका का विमोचन शनिवार को किया। ऊर्जा ऑडिटोरियरम में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक दवाओं की संख्या 387 से बढ़ाकर 611 कर दी गई है। 

तेजस्वी यादव ने कहा कि यह राष्ट्रीय मानक के अनुरूप है। औषधि में कैंसर, किडनी, स्ट्रोक, हाइपरटेंशन, मधुमेह, मातृ शिशु की दवा को रखा गया है। इसी प्रकार जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए आवश्यक उपकरणों की सूची बनाई गई है। अब अस्पतालों में राष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य मानक के अनुसार उपकरणों की उपलब्धता रहेगी। 

इधर, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात की। संघ के अध्यक्ष डॉ. महेश प्रसाद सिंह और महासचिव डॉ. रणजीत कुमार के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने 16 सूत्री मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र के आधार पर सरकार ने डॉक्टरों को गृह जिले में पोस्टिंग पर सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया। 

संघ के अपर महासचिव डॉ. हसरत अब्बास ने कहा कि संघ की मुख्य मांगे कार्यावधि का निर्धारण, पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की नियुक्ति, चिकित्सकों के मूल वेतनमान में पांच वेतन वृद्धि को जोड़ा जाना, सामान्य कर्तव्य चिकित्सक कोटि के बकाये तीन इंक्रीमेंट एवं विशेषज्ञ चिकित्सक को विशेषज्ञ वेतनमान देने की है। इसके अलावा वैकल्पिक एनपीए, ग्रामीण भत्ता, पीजी में सेवारत डॉक्टरों को 30 फीसदी कोटा, सेवा चिकित्सकों के डीएनबी स्पान्सरशिप कोर्स के लिए विभाग द्वारा समुचित कार्रवाई, निदेशालय का सशक्तीकरण व चिकित्सकों की प्रोन्नति, सुरक्षा, प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा उत्पीड़न भी मांग पत्र में शामिल रहा। 

उपमुख्यमंत्री ने गृह जिले में पदस्थापन, चिकित्सकों की नियुक्ति, सेंन्ट्रलाइज सुरक्षा व्यवस्था सहित चिकित्सकों की सभी जायज मांगों पर शीघ्र ही निर्णय लेने की बात कही है। डॉक्टरों से अपील करते हुए उपमुख्यमंत्री ने अस्पतालों में रोगियों का इलाज करने को कहा। साथ ही भरोसा दिया कि सरकार भासा की मांगों पर विचार कर रही है। 

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि फरवरी के तीसरे सप्ताह में भासा के साथ विभाग के पदाधिकारियों की बैठक होगी तथा सभी मांगो पर विस्तार से चर्चा करने के बाद ठोस निर्णय लिया जाएगा। बैठक में विभागीय सचिव के सेन्थिल कुमार व संजय कुमार सिंह भी मौजूद रहे। जबकि भासा की ओर से उपाध्यक्ष डॉ.रोहित, डॉ. रूपेश, डॉ सौरभ, डॉ. कुणाल कौशल, डॉ. अनुराधा,  डॉ. गुलाब और डॉ. नवीन मौजूद रहे।
 

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