बिहार: एक जून से बंद हुआ बालू का खनन, अब नए सर्वे रिपोर्ट आने के बाद होगी घाटों की बंदोबस्ती
बिहार में एक जून से बालू के खनन पर प्रतिबंध लग गया है। नई सर्वे रिपोर्ट के बाद बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी। बालू घाट संचालन की अवधि विस्तार की फैलाई जा रही खबर भ्रामक है।

बिहार के जिलों की नई सर्वे रिपोर्ट के बाद नए सिरे से बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी। यह जानकारी विभाग के संयुक्त सचिव ने दी। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सभी जिलों में तैयार सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बालू घाटों की बंदोबस्ती की तैयारी हो रही है। लिहाजा, एक जून से ही बालूघाटों से बालू का खनन प्रतिबंधित कर दिया गया है। यहां से न तो बालू का खनन हो सकता है, न ही उनकी बिक्री की जा सकती है।
कुछ असामाजिक तत्वों और बिचौलियों द्वारा बालूघाटों के संचालन की अवधि विस्तार की खबर फैलायी जा रही है। यह भ्रामक है। किसी बालूघाट से बालू खनन नहीं हो रहा है। इस समय 16 जिलों में बालूघाटों से बालू का खनन किया जा रहा था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 31 मई तक ही पुरानी व्यवस्था के तहत बालू का खनन किया जा सकता था।
अब नए घाटों की बंदोबस्ती जिलों की नई सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही होगी। इस समय नवादा, किशनगंज, वैशाली, बांका, मधेपुरा, बेतिया, बक्सर, अरवल, गया, पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास, जमुई और लखीसराय में बालू घाटों की बंदोबस्ती की गई थी। मगर यहां भी बालू का खनन बंद हो चुका है।




