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सीआईडी करेगी मुंगेर फायरिंग कांड की जांच, हाईकोर्ट का आदेश- चार हफ्तों में पेश करें रिपोर्ट

मुंगेर में 26 अक्टूबर, 2020 को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए किशोर अनुराग पोद्दार के पिता की अर्जी पर पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुना दिया।...

सीआईडी करेगी मुंगेर फायरिंग कांड की जांच, हाईकोर्ट का आदेश- चार हफ्तों में पेश करें रिपोर्ट
हिन्दुस्तान टीम,पटना-मुंगेर Wed, 07 Apr 2021 10:28 PM
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मुंगेर में 26 अक्टूबर, 2020 को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए किशोर अनुराग पोद्दार के पिता की अर्जी पर पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुना दिया। कोर्ट ने पूरे मामले की जांच का जिम्मा हाईकोर्ट की निगरानी में सीआईडी को सौंप दिया तथा चार सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में पेश करने का आदेश दिया।

वहीं, बेकसूर मृतक के पिता को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया। साथ ही मुंगेर के एसपी व एसआईटी के सदस्यों को तीन दिनों के भीतर दूसरी जगह स्थानांतरित करने का आदेश दिया। इस मामले की फाइल किसी अन्य अधिकारी को नहीं देने को कहा। मामले पर अगली सुनवाई आगामी 5 मई को होगी। 

बुधवार को न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद की एकलपीठ ने मृतक के पिता अमरनाथ पोद्दार की अर्जी पर सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाया। मृतक के पिता अमरनाथ पोद्दार की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने दलीलें पेश कीं, जबकि राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ललित किशोर ने पक्ष रखा।

निष्पक्षता पर उठाए सवाल
आवेदक की ओर से कोर्ट को बताया गया कि सरकार ने मामले की जांच पुलिस से वापस लेकर सीआईडी को दे दी। फिर सीआईडी ने एसआईटी का गठन किया। उन्होंने सरकार की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस फायरिंग में एक निर्दोष बच्चे की जान चली गई, लेकिन पुलिस फायरिंग करने से ही इनकार कर रही है। 

मुंगेर के तत्कालीन एसपी के निर्देश पर पुलिस ने गोली चलाई थी, लेकिन पुलिस इससे इनकार कर रही है, जबकि विधानसभा चुनाव कराने आये अर्द्धसैनिक बलों ने पुलिस फायरिंग की बात कही थी। आनन-फानन में राज्य सरकार ने उस समय तैनात एसपी का स्थानांतरण कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट कर रही थी। 

क्या है मामला
पिछले साल 26 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान शहर के पंडित दीनदयाल चौक पर भीड़ लगी थी। दुर्गा प्रतिमाएं कतारबद्ध थी। इसी दौरान लाठी चार्ज किया गया। इसके बाद फायरिंग होने लगी। इससे भगदड़ मच गई। फायरिंग में दुर्गा प्रतिमा देख रहे बेकापुर के अमरनाथ पोद्दार के पुत्र अनुराग पोद्दार को गोली लगी और उसकी मौत हो गई।

शहर में जमकर बवाल
घटना के दो दिन बाद दिन 29 अक्टूबर को दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शहर में जमकर बवाल एवं आगजनी की घटना हुई। आक्रोशित लोगों ने एसपी ऑफिस पर पथराव किया। इसके बाद कई थानों में तोड़फोड़ व आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। एक पुलिस ओपी की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।

डीएम व एसपी बदले
शहर में उपद्रव के बाद चुनाव आयोग ने मुंगेर के तत्कालीन डीएम राजेश मीणा व तत्कालीन एसपी लिपी सिंह का तबादला कर दिया। नई डीएम रचना पाटिल एवं एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो को मुंगेर का प्रभार दिया गया। घटना की जांच का जिम्मा मगध रेंज के आयुक्त को दिया गया।  

एसआईटी का गठन
तत्कालीन डीआईजी मनु महराज ने 30 अक्टूबर को घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। एसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी में तीन डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर के अलावा अनुसंधानकर्ता शामिल थे।

हाईकोर्ट पहुंचे पीड़ित परिजन
पुलिस जांच में किसी प्रकार का कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आने पर मृतक अनुराग पोद्दार के पिता अमरनाथ पोद्दार ने 6 जनवरी 2021 को पटना हाईकोर्ट में एक क्रिमिनल रिट दाखिल की थी। इस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आदेश दिया।

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