Hindi Newsबिहार न्यूज़Bihar mein Ka Ba Neha Singh Rathore Interview social media star Bhojpuri Singer

'बिहार में का बा' : नेहा सिंह राठौर दो साल से गा रही थीं गाना,जानिए चुनाव आते ही कैसे बनींं सोशल मीडिया स्टार

बिहार में का बा, कोरोना से बीमार बा, बाढ़ से बदहाल बा।  भरी जवानी में मंगरुवा चलत ठेगुरवा चाल बा।  अरे का बा, बिहार में का बा। 15 साल चचा रहलन, 15 साल...

Amit Gupta हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटना Tue, 29 Sep 2020 02:18 PM
share Share
Follow Us on
'बिहार में का बा' : नेहा सिंह राठौर दो साल से गा रही थीं गाना,जानिए चुनाव आते ही कैसे बनींं सोशल मीडिया स्टार

बिहार में का बा, कोरोना से बीमार बा, बाढ़ से बदहाल बा।  भरी जवानी में मंगरुवा चलत ठेगुरवा चाल बा।  अरे का बा, बिहार में का बा। 15 साल चचा रहलन, 15 साल पप्पा।  तबो ना मिट बेजोरगारी का ठप्पा।  जब जब सइया होले मोर अरब के रवाना, तब तब जियरा खोजे एहो इहा कारखाना। बोला का बा। 

जी यही वो गाना है जो आजकल बिहार चुनाव पर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इसे लिखा और गाया है बिहरा के कैमूर जिले की रहने वाली नेहा सिंह राठौर ने। नेहा वैसे तो 2018 से ही गाने गा रही हैं, लेकिन बिहार चुनाव आते ही उनके गाने सोशल मीडिया पर छा गए और उनके फॉलोवर की संख्या में तेजी से इजाफा हो गया।  नेहा बताती है वो अपना हर गाना फेसबुक पर जरूर डालती है। एक बार फेसबुक से उनके फॉलोवर की संख्या तेजी से कम हो गई, इसके बाद नेहा ने अपने गाने ट्वीटर पर डालने शुरू कर दिए। एक गाना उन्होंने बेरोजगारी पर भी गाया था। इस गाने को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के समय लोगों ने खूब शेयर किया।कई बड़े विपक्षी नेताओं ने भी गाना शेयर कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते लोगाों के मैसेज और फोन आने लगे।

नेहा कहती हैं कि उन्होंने कभी भी गाना वायरल करने की नियत से नहीं गाया या लिखा। वह सिर्फ जन की आवाज बनना चाहती है। ईमानदारी के साथ अपना काम करती हूं। जो लाेग अपनी  बात कहने से डरते हैं उनकी बात गाने के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश करती हूं। नेहा कहती है जब भी कोई गाने की तारीफ करता है तो अच्छा लगता है। लगातार सरकार के चुनौती देने वाले गाने लिखने और गाने पर डर नहीं लगता के सवाल पर नेहा कहती हैं कि डर तो तब लगतता जब नियम नहीं मालूम होता। मुझे लोकतंत्र का नियम मालूम है। डरने की क्या जरूरत। सरकार ने कहा है आप सवाल कर सकते हैं। 

2018 में यूपी के कानपुर से ग्रुजेएशन पूरा करने वाली नेहा कीती है कि भोजपुरी गीतों में अश्लीलता बढ रही है। इसलिए उन्होंने अपनी भाषा की सेवा करने की सोचा ।

नेहा का एक अन्य गीत: 

ईटा पाथत फूलचंद के बड़की बिटिया गायब बा,
सुनवाई केहरो ना भाई,
छोटके मालिक पे सक बा...
अरे का बा!

अरे केतना मरि गईले मजदूर
एकर नाहीं डाटा बा
सरकार लेत खर्राटा बा....

पिपरा लटके निबिया लटके
पंखा लटकत किसान बा
सरकार बहादुर कहेले देसवा मोर महान बा...

इहै बा..

अगला लेखऐप पर पढ़ें