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बिहार लॉकडाउन: 21 दिनों का था पहला लॉकडाउन, जो जहां था वहीं ठहर गया...

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में इससे पहले चार दफा लॉकडाउन लगाया गया था। शुरूआती दिनों में आवश्यक सेवाओं को छोड़ किसी तरह की कोई ढील नहीं दी गई थी। यहां तक की हवाई जहाज, ट्रेन, बस से...

बिहार लॉकडाउन: 21 दिनों का था पहला लॉकडाउन, जो जहां था वहीं ठहर गया...
पटना, हिन्दुस्तान टीमTue, 14 Jul 2020 09:16 PM
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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में इससे पहले चार दफा लॉकडाउन लगाया गया था। शुरूआती दिनों में आवश्यक सेवाओं को छोड़ किसी तरह की कोई ढील नहीं दी गई थी। यहां तक की हवाई जहाज, ट्रेन, बस से लेकर निजी गाड़ियों तक के परिचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी। हालांकि बाद में दिनों में धीरे-धीरे कर इसमें ढील दी गई। गत 8 जून से केन्द्र सरकार ने अनलॉक के तहत कई सेवाओं को शुरू करने की छूट दी थी।

21 दिनों का था पहला लॉकडाउन 
बिहार में इस बार 16 से 31 जुलाई तक यानी 16 लॉक डाउन लगाया गया है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पहला लॉक डाउन केन्द्र सरकार ने 24 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लगाया था। इसे लगातार बढ़ाया गया। एक के बाद एक कुल चार फेज में लॉक डाउन जारी रहा। दूसरा लॉक डाउन 15 अप्रैल से 3 मई (19 दिन), तीसरा 4 से 17 मई (14 दिन) और चौथा 18 से 31 मई (14 दिन) तक लगाया गया। वैसे देखें तो हाल में छिटपुट रूप से राज्य के कई जिलों में स्थानीय प्रशासन ने लॉकडाउन दो से सात दिनों के लिए लागू किया है। इसमें पटना में 16 जुलाई तक लॉकडाउन रखा गया है।  

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चरणवार मिली थी लोगों को छूट
लॉक डाउन 1 और 2 के दौरान लोगों को आवश्यक सेवाओं को छोड़ कोई और सुविधा नहीं मिली थी। हालांकि लॉक डाउन 3 से लोगों को कई सहुलियतें दी गईं। राज्य सरकार ने 6 मई को आदेश जारी कर इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स और ऑटोमोबाइल से जुड़ी दुकानें और गैराज, निर्माण क्षेत्र से जुड़ी दुकानें एक दिन के अंतराल पर खोलने की छूट दी थी। वहीं ओला और उबेर जैसी टैक्सी सेवाओं को भी चालू कर दिया गया था। हालांकि इससे पहले 20 अप्रैल से सरकारी कार्यालय जिन्हें लॉक डाउन में बंद किया गया था खोल दिए गए थे। 

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लॉकडाउन 4 में प्रखंडों को रेड जोन घोषित किया गया
उद्योग धंधा बंद होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में बिहार लौट थे। इन्हें रखने के लिए प्रखंडों मुख्यालयों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने लॉक डाउन 4 के दौरान जिला मुख्यालय वाले प्रखंडों को छोड़ तमाम प्रखंड मुख्यालयों को रेड जोन घोषित कर दिया था। लॉक डाउन 3 के दौरान दी गई छूट को इस रेड जोन में समाप्त कर दिया गया। हालांकि इसके बाहर सरकार ने पहले से जारी छूट के अलावा रेडिमेड कपड़ों की दुकान खोलने की इजाजज भी दी थी। अनलॉक के दौरान धार्मिक स्थलों को भी खोल दिया गया। बाद में मॉल खोलने की इजाजत दी गई थी। 16 जुलाई से राज्यभर में लागू हो रहे लॉक डाउन के दौरान दोबारा इनमें से कई गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

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