Bihar Liquor Ban: पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने की 21 को फिर लेंगे शपथ, डीजीपी ने जारी किया निर्देश
बिहार में मद्य निषेध नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए 21 दिसंबर को बिहार के सभी पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने की शपथ लेंगे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में...
बिहार में मद्य निषेध नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए 21 दिसंबर को बिहार के सभी पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने की शपथ लेंगे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया था कि पुलिस विभाग से संबंधित सभी प्रतिष्ठानों में कार्यरत पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को शराब नहीं पीने के संबंध में पुन: शपथ दिलायी जाए। इसके आलोक में डीजीपी ने सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, सभी पुलिस अधीक्षक (रेल सहित) को 21 दिसंबर को दिन के 11 बजे शराब नहीं पीने के लिए शपथ दिलाने का निर्देश दिया।
सभी पुलिसकर्मी आजीवन शराब का सेवन नहीं करने की शपथ लेंगे। वे इस बात की भी शपथ लेंगे कि कर्तव्य पर रहें या नहीं रहें, अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होंगे। शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधि-सम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करेंगे। यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाए गए तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का भागीदार बनेंगे। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से शपथ पत्र का प्रारूप भी जारी किया गया है। शपथ पत्र को संबंधित प्रतिष्ठान के वरीय पदाधिकारी प्रमाणित करेंगे।
ओपी में ओपी अध्यक्ष, थाना में थानाध्यक्ष, अंचल में अचंल निरीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में पुलिस उपाधीक्षक व पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी (मुख्यालय) प्रमाणित करेंगे। पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के नेतृत्व में शपथ ग्रहण होगा। डीजीपी ने जो पुलिसकर्मी शपथ नहीं लेंगे, उनकी भी सूची पुलिस महानिरीक्षक, मद्य निषेध कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया है।
430 पुलिसकर्मियों पर हुई है कार्रवाई
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से अबतक तीन बार पुलिसकर्मी शराब नहीं पीने को लेकर शपथ ले चुके हैं। 24 जून 2019, 26 नवंबर 2018 और 5 अप्रैल 2016 को उन्हें शपथ दिलायी गई थी। वहीं, शराबबंदी कानून लागू होने के बाद लापरवाही बरतने और अवैध शराब व्यापार को संरक्षण देने के आरोप में अब तक 430 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इनमें 56 से अधिक पुलिस कर्मियों को शराब पीने, तस्करों को संरक्षण देने और कार्रवाई न करने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है।