Flood in Bihar: पश्चिमी चंपारण के नरकटिया-झखरा ड्रायवर्सन पर चढ़ा पानी, दर्जन भर गांव का संपर्क टूटा
प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय समेत जिला मुख्यालय जाने के लिए एक मात्र रास्ता धोबहां नाला पार कर जाना ही है। इस नाला पर पहले से पुल था। जिसे बीते वर्ष बाढ़ ने बहा ले गया।इस साल फिर पुल बन रहा है।
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पश्चिमी चंपारण में बाढ़ का रौद्र रूप बढ़ता जा रहा है। गोपालपुर थाने के नरकटिया व झखरा गांव के बीच मुख्यपथ के धोबहां नाला के ड्रायवर्सन पर बारिश का लगभग तीन फुट पानी चढ़ने से आवागमन बाधित हो गया है। लगातार बारिश व बाढ़ आने की स्थिति में हालात और भी बदतर हो जाएंगे।बारिश होती रही तो बाढ़ कहर बरपाएगी।
नरकटिया गांव के ग्रामीण चित्रांगदमणि गिरी,राकेश मिश्र, शक्तिनाथ पांडेय,गुड्डू पासवान, बबुआजी गिरी,उमाकांतमणि मिश्र,पूर्व सरपंच पति धुरेन्द्र गिरी, पूर्व मुखिया संतोषमणि गिरी व शशिभूषण मिश्र आदि ने बताया कि गांव से बाहर निकलने के लिए मात्र तीन रास्ता है। सिकरहना नदी में तुलाराम घाट व करताहा नदी के त्रिमुहान घाट,जो दोनों कच्ची सड़क है। कई सड़क टुटे हुए है।तुलाराम घाट पर पुल भी नही है। प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय समेत जिला मुख्यालय जाने के लिए एक मात्र रास्ता धोबहां नाला पार कर जाना ही है।इस नाला पर पहले से पुल था।जिसे बीते वर्ष बाढ़ ने बहा ले गया।इस साल इस नाला पर फिर पुल का निर्माण हो रहा है।विलंब से निर्माण होने के कारण अभी वह अधुरा है।इस पर आवागमन सुचारू रखने के लिए अर्द्धनिर्मित पुल के बगल में ड्रायवर्सन बना था।जिसपर इस बारिश में लगभग तीन फुट पानी बह रहा है।जिसके कारण यह रास्ता बंद हो गया है।
लोगों की समस्या को लेकर हालात का जायजा सीओ मनीष कुमार ने लिया। ग्रामीणों ने इस समस्या से
नरकटियागंज एसडीओ धन्नजय कुमार को अवगत कराया। एसडीओ ने कहा कि बरसात के दिन में स्थाई समाधान तो सम्भव नहीं है लेकिन लोगों की समस्याओं को देखते हुए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने की जरूरत बताई है।वहरहाल लोगों को गांव से निकला एक समस्या बन गई है।