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दरभंगा: केवटी में फिर टूटा जमींदारी बांध, मुजफ्फरपुर के निचले मोहल्लों में बाढ़

दो दिनों से नदियों में दिखी थोड़ी नरमी एकबारगी रविवार को जाती दिखी। उत्तर बिहार के साथ-साथ नेपाल के तराई इलाकों में पिछले 24 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश से  गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती समेत...

दरभंगा: केवटी में फिर टूटा जमींदारी बांध, मुजफ्फरपुर के निचले मोहल्लों में बाढ़
मुजफ्फरपुर हिन्दुस्तान टीमSun, 19 Jul 2020 07:00 PM
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दो दिनों से नदियों में दिखी थोड़ी नरमी एकबारगी रविवार को जाती दिखी। उत्तर बिहार के साथ-साथ नेपाल के तराई इलाकों में पिछले 24 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश से  गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती समेत अन्य छोटी नदियां भी उफनाने लगी हैं। दरभंगा के केवटी में फिर से जमींदारी बांध टूट गया। इससे कई इलाकों में पानी फैलने लगा है। गोपालपुर के तीन वार्डों में में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके अलावा माधोपट्टी, कर्जापट्टी व बरियौल आदि पंचायतों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। दो दिन पहले भी जमींदारी बांध टूटा था। डीएम के आदेश पर बांध की मरम्मत की गई थी। अब कुछ ही दूरी पर फिर से वहीं बांध टूट गया है। आनन-फानन में इस बांध से भागकर विस्थापितों के परिवार ने समीप के रेलवे लाइन के आसपास शरण लिया। उधर, धौस नदी का पानी इलाके के ननौरा तथा पैगम्बरपुर पंचायत में फैलने लगा है। लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।  

मधुबनी के मधेपुर में गेहुमां के बाढ़ का पानी सरकारी कार्यालय परिसर में पहुंच गया है। वहीं बेनीपट्टी के निचले इलाके में बाढ़ का पानी घुसने से लोग घरों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर शरण ले रहे हैं। बररी पंचायत के नवगाछी गांव के लगभग 30 परिवार और माधोपुर के लगभग 10 परिवार बांध पर शरण लिये हैं। बाबु बरही के परबतिया टोला के समीप शनिवार को ध्वस्त  पुलिया के कारण इस मार्ग पर अब भी आवागमन बाधित है।

मुजफ्फरपुर में शहर के निचले इलाकों में फैल रहा पानी :  
मुजफ्फरपुर में गंडक और बूंढी गंडक में उफान से शहरी इलाके के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी घुस गया है। अहियापुर, बीबीगंज, आश्रम घाट समेत आधा दर्जन मोहल्लों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। वहीं औराई के करीब पचास नए घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। गंडक नदी रेवाघाट में खतरे के निशान महज आठ सेंटीमीटर नीचे है। गंडक का जलस्तर  54.33 मीटर पर रहा जबकि खतरे का निशान 54.41 मीटर पर है। वहीं बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान की ओर लगातार बढ़ रहा है। सिकंदरपुर में बूंढी गंडक का जलस्तर 52.06 मीटर पर रहा जबकि खतरे का निशन 52.53 मीटर पर है।

चंपारण के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित :
मोतिहारी के संग्रामपुर प्रखंड में चार पंचायत बाढ़ प्रभावित होने से यहां रह रहे लोगों की लगातार परेशानी बढ़ रही है। पश्चिमी व पूर्वी संग्रामपुर ,दक्षिणी भवानीपुर समेत कई पंचायतों के लोग सुरक्षित स्थान पर शरण ले रहे हैं। केसरिया व मधुबन प्रखंड में भी बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ से बड़ी आबादी प्रभावित है। पश्चिम चंपारण के पिपरासी, मधुबनी, ठकराहां, बैरिया, नौतन के दियारावर्ती हिस्सों में अभी दर्जनाधिक टोले जलमग्न हैं। रविवार को वाल्मीकिनगर बराज से गंडक में  1,63,800 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। आशंका है कि नेपाल में बारिश से गंडक के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होगी।  

इधर, शिवहर में रविवार को जमकर बारिश हुई। सुबह सात से दोपहर एक बजे तक मूसलाधार बारिश होने से जिले के हर तरफ जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है। बारिश के कारण शिवहर-मोतिहारी एवं शिवहर-सीतामढ़ी पथ में पानी भर गया है। इससे इन दोनों सड़कों पर आवागमन बाधित है।

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