बिहार में गुरुवार को 3906 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 94,459 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 15 जिलों में एक सौ से अधिक कोरोना संक्रमित मिले।
वहीं पटना में सर्वाधिक 402 नए संक्रमितों की पहचान हुई। जबकि अररिया में 163, बेगूसराय में 197, बक्सर में 118, दरभंगा में 108, पूर्वी चंपारण में 220, गया में 179, जहानाबाद में 127, कैमूर में 103, कटिहार में 200, मधुबनी में 159, नालंदा में 110, पूर्णिया में 131, सहरसा में 175 और सीतामढ़ी में 133 नए संक्रमित मिले।
#BiharFightsCorona
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) August 13, 2020
Update of the day.
3906 more #COVID19 +ve cases have been reported so far on 12th August. Taking total count of Active cases in Bihar to 33,916.
The break up is as follows.#BiharHealthDept #COVID__19 pic.twitter.com/IPnInqdczl
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अरवल में 64, औरंगाबाद में 67, बाँका में 23, भागलपुर में 66, भोजपुर में 72, गोपालगंज में 54, जमुई में 18, खगड़िया में 86, किशनगंज में 51, लखीसराय में 49, मधेपुरा में 62, मुंगेर में 55, मुजफ्फरपुर में 88, नवादा में 37, रोहतास में 94, समस्तीपुर में 64, सारण में 98, शेखपुरा में 62, शिवहर में 24, सीवान में 54, सुपौल में 64, वैशाली में 50 और पश्चिमी चंपारण में 79 नए संक्रमित की पहचान हुई।
बुधवार को प्रदेश में 3741 नए कोरोना संक्रमित मिले थे
इससे पहले बुधवार को भी बिहार में 3 हजार से ज्यादा मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को प्रदेश में 3741 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई थी। इसके अलावा 9 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत भी हो गयी थी वहीं मृतकों की संख्या बढ़कर 474 हो गयी है। वहीं, राज्य में अबतक 60,068 कोरोना संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ हुए। कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर में दूसरे दिन भी एक फीसदी की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 66.33 फीसदी हो गयी। राज्य में अभी कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 30,010 है।
बिहार के पांच मेडिकल कॉलेजों मे आरटी पीसीआर मशीनें लगाई जाएंगी
बिहार के पांच और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आरटीपीसीआर जांच मशीनें लगाई जाएंगी। इसके माध्यम से राज्य में प्रतिदिन एक लाख से अधिक कोरोना जांच हो सकेगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मधेपुरा, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल, भागलपुर, राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेतिया और पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, नालंदा में आरटी पीसीआर मशीनें लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस मशीन की आपूर्ति को लेकर केंद्र से अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से कोबास 3800 मशीनें भी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इन मशीनों के आने के बाद बिहार में कोरोना की जांच की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
50 लाख रुपये बीमा का लाभ अब इन्हें भी मिलेगा
भारत सरकार के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 50 लाख रुपये बीमा का लाभ निजी अस्पतालों के डॉक्टरों और कोविड मरीजों का उपचार कर रहे अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को भी मिलेगा। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ उन निजी अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ एवं कर्मियों को मिलेगा, जिनकी असामयिक मृत्यु कोरोना मरीजों के उपचार के दौरान होगी। इसका लाभ जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित निजी अस्पतालों को ही मिलेगा। सूबे में अभी ऐसे 120 अस्पताल चिह्नित किए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना से निजी क्षेत्र में कार्यरत चिकित्साकर्मियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
डॉक्टरों व मरीजों के परिजन को 15 तक मिलेगा मुआवजा
कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टरों और सामान्य मरीजों के परिजनों को मुआवजे की राशि का जल्द भुगतान किया जाएगा। 15 अगस्त तक सभी लंबित भुगतान की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।