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बिहार: आइसोलेशन की जगह होम क्वारंटाइन को प्राथमिकता दे रहे कोरोना संक्रमित

पटना जिले में कोरोना संक्रमित पाए गए लोग अस्पताल या आइसोलेशन केंद्र की जगह होम क्वारंटाइन को प्राथमिकता दे रहे हैं। पटना में शुक्रवार की देर रात तक कुल 556 एक्टिव संक्रमित थे, जिनमें 67 लोग होम...

बिहार: आइसोलेशन की जगह होम क्वारंटाइन को प्राथमिकता दे रहे कोरोना संक्रमित
पटना, हिन्दुस्तान टीमSun, 05 Jul 2020 10:26 AM
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पटना जिले में कोरोना संक्रमित पाए गए लोग अस्पताल या आइसोलेशन केंद्र की जगह होम क्वारंटाइन को प्राथमिकता दे रहे हैं। पटना में शुक्रवार की देर रात तक कुल 556 एक्टिव संक्रमित थे, जिनमें 67 लोग होम क्वारंटाइन में रह रहे हैं।  हालांकि होम क्वारंटाइन में रहने की छूट उन्हें है, जिनके घर में अलग रहने की व्यवस्था है और किसी अन्य बीमारी के लक्षण नहीं हैं। इसमें पटना सिटी, एसकेपुरी, कंकड़बाग, दानापुर समेत कई मोहल्लों के लोग शामिल हैं। 370 लोग सिविल सर्जन कार्यालय के अंतर्गत चल रहे आइसोलेशन सेंटर या अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में हैं। बाकी को आइसोलेशन में लाने की कार्रवाई सिविल सर्जन की टीम कर रही है। 

जिले में आइसोलेशन सेंटर की प्रभारी सह अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि जिले में कुल 17 आइसोलेशन सेंटर हैं। इनकी क्षमता 2476 लोगों के ठहरने की है। होम क्वारंटाइन के लिए लोगों को सिविल सर्जन कार्यालय से सशर्त अनुमति मिलती है। इसमें उन्हें सात दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलने, परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रहने और बीच में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर अविलंब सिविल सर्जन कार्यालय को सूचना देने और अस्पताल जाने की गारंटी ली जाती है। इससे पहले उनके घर की स्थिति की जानकारी भी ली जाती है।

कई डॉक्टर भी होम आइसोलेशन में 
पीएमसीएच के 15 डॉक्टर और 15 नर्सिंग स्टाफ व सहायक अब तक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से आधा यानी 15 लोग आइसोलेशन में हैं। इसमें ज्यादातर नर्स और सहायक हैं। 10 डॉक्टर भी अपने घरों में रह रहे हैं। सिर्फ हॉस्टल में रहने वाले पीजी डॉक्टर आइसोलेशन में हैं। अस्पताल अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार संक्रमित डॉक्टर व स्टाफ अपने घर में रह सकता है। स्वास्थ्य  विभाग के प्रधान सचिव ने भी 23 जून को अपने आदेश में संक्रमित चिकित्साकर्मी को घर में क्वारंटाइन रहने संबंधी प्रावधान किया है।  

आइसोलेशन और उनकी क्षमता
1. एम्स पटना- 175
2. पीएमसीएच- 190
3. एनएमसीएच- 447
4. आईजीआईएमएस- 52
5. ईएसआई बिहटा- 235
6. एनएमएमसीएच- 200
7. बामेती- 84
8. होटल पाटलिपुत्रा अशोका- 85
9. जीजीएसएच- 30
10. सब डिविजनल हॉस्पीटल, दानापुर- 24
11. सब डिविजन हॉस्पीटल- बाढ़- 30
12. सबडिविजलन हॉस्पीटल मसौढ़ी- 30
13. दीपनारायण सेंटर शास्त्रीनगर- 244
14. शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र, बिक्रम- 250
15. शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र मसौढ़ी- 250
16. पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स- 100
17. शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र बाढ़- 250

बिना लक्षण वाले ऐसे संक्रमित जिनके घर में अलग रहने की व्यवस्था है, उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की छूट दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार उन पर नजर रख रही है और उनके परिवार के संपर्क में भी है। जो लोग विभाग के आइसोलेशन सेंटर में हैं, उनके लिए भी चिकित्सक की उपलब्धता से लेकर अन्य सभी जरूरी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए शिकायत कोषांग भी है। अभी जिले में लोगों को आइसोलेशन में रखने की पर्याप्त क्षमता है। 
- डॉ. विभा कुमारी, एसीएमओ, पटना। 

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