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दिल्ली में बोले सीएम नीतीश कुमार, जातीय जनगणना देशहित में, अपने निर्णय पर फिर से विचार करे केंद्र सरकार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। कहा कि हम लोग शुरू से कह रहे हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। बिहार के 10 राजनीतिक दलों ने मिलकर यह मामला...

दिल्ली में बोले सीएम नीतीश कुमार, जातीय जनगणना देशहित में, अपने निर्णय पर फिर से विचार करे केंद्र सरकार
पटना, हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Sep 2021 02:47 PM

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। कहा कि हम लोग शुरू से कह रहे हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। बिहार के 10 राजनीतिक दलों ने मिलकर यह मामला उठाया है। विधानसभा से दो बार सर्वसम्मत प्रस्ताव भी पारित हुआ है। हमारा यही कहना है कि इस मसले पर विचार कर जातिगत जनगणना कराई जाए।

रविवार को नक्सलवाद पर उच्चस्तरीय बैठक में शामिल होने दिल्ली गए मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जहां तक कोर्ट का सवाल है, वह सोशियो इकोनॉमिक्स कास्ट सेंसस से जुड़ा मामला है। अगर कोई यह कहे कि पिछली बार की सोशियो इकोनॉमिक्स सेंसस की रिपोर्ट सही नहीं है इसलिए जातिगत जनगणना नहीं हो सकती है, यह बात उचित नहीं है। पिछली बार की रिपोर्ट का जातीय जनगणना से कोई संबंध नहीं है। 

उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना देशहित में है और इससे देश का भला होगा। हम लोगों का इस मसले पर जो विचार है वह सभी को मालूम है। हम लोगों की क्या इच्छा है, यह सब लोग जानते हैं। इस मसले पर हमने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था। जब जातीय जनगणना होगी तभी लोगों के बारे में सही जानकारी मिल पाएगी कि कौन पीछे है। वैसे लोगों को आगे करने के लिए हम बेहतर निर्णय ले सकते हैं। 

जनगणना के लिए सब चीजें तय

मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिगत जनगणना होगी तो वह ठीक से होगी। जनगणना के लिए सब चीजें तय रहती हैं। जातिगत जनगणना को लेकर हम लोगों का भी सुझाव है। हर घर सर्वे होता है। हर घर से पूछा जाता है कि कितनी आबादी है और क्या है। ऐसी कोई जाति नहीं है जिसमें उपजातियां नहीं हैं। किसी से पूछिएगा तो कोई उपजाति ही बोल देता है। इसके लिए प्रशिक्षण होगा। क्योंकि, कोई जाति की बात करेगा तो कोई उपजाति की बात करेगा। उपजाति बताने पर बगल के घर वाले तो बताएंगे ही। सभी बातों को लेकर जातिगत जनगणना सही तरीके से हो सकती है।

सभी दलों के साथ मिलकर करेंगे विचार

कर्नाटक की तर्ज पर क्या राज्य सरकार अपने स्तर से जनगणना कराएगी के सवाल पर सीएम ने कहा कि सभी दलों के साथ मिलकर बात करेंगे। क्या करना चाहिए, यह तय करेंगे। आने वाले दिनों में हम सभी पार्टी के लोगों के साथ बैठेंगे। उसके बाद आगे का निर्णय करेंगे कि क्या करना है।  जातिगत जनगणना नहीं होती है तो क्या जदयू सरकार में बना रहेगा के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह आगे की बात है। इस पर अभी कुछ कहने का कोई तुक नहीं है। जातिगत जनगणना पर हेमंत सोरेन के केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के सवाल पर कहा कि सभी राज्य के लोग चाहते हैं कि यह होनी चाहिए जिससे देश का भला हो। यह कोई अकेले बिहार की मांग नहीं है। क्या इस मसले पर देश के अन्य नेताओं को एकजुट करेंगे, के सवाल पर कहा कि यह अलग विषय है। 

 

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