ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहारसीएम नीतीश ने अधिकारियों के को दिए निर्देश, कहा- प्रवासी श्रमिकों का खाता खुलवाकर दें 1-1 हजार रुपये

सीएम नीतीश ने अधिकारियों के को दिए निर्देश, कहा- प्रवासी श्रमिकों का खाता खुलवाकर दें 1-1 हजार रुपये

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बाहर से आने वाले अधिकतर श्रमिक बिहार आ चुके हैं। इनमें कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनका बिहार के किसी भी बैंक में खाता नहीं है। इसको लेकर उन्होंने पदाधिकारियों को...

सीएम नीतीश ने अधिकारियों के को दिए निर्देश, कहा- प्रवासी श्रमिकों का खाता खुलवाकर दें 1-1 हजार रुपये
पटना, हिन्दुस्तान टीमWed, 03 Jun 2020 08:09 AM
ऐप पर पढ़ें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बाहर से आने वाले अधिकतर श्रमिक बिहार आ चुके हैं। इनमें कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनका बिहार के किसी भी बैंक में खाता नहीं है। इसको लेकर उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि बिहार वापस आ चुके ऐसे लोगों का बैंक खाता खुलवाकर उन्हें भी एक-एक हजार की राशि शीघ्र हस्तांतरित की जाय। साथ ही जिन श्रमिकों का आधार कार्ड किसी कारणवश नहीं बन पाया हो, उनका आधार कार्ड भी जल्द बनवाएं। 

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ कोविड-19 से बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की और कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर या अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, लोग उनके प्रति लोग सकारात्मक रहें। साथ ही उनके स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों पर भी ध्यान दें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि भीड़भाड़ वाले इलाके एवं बाजारों में साफ-सफाई एवं सेनेटाइजेशन पर विशेष ध्यान दें।

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझें तथा वर्तमान परिस्थिति में और सजग एवं सचेत रहें। संक्रमित लोग स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं, इसलिए कोरोना संक्रमण से घबरायें नहीं, धैर्य रखें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि होम क्वारंटाइन में रहने वालों में कोरोना के तनिक भी लक्षण दिखे तो उनके परिवार या आसपास के लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या नजीदीकी स्वास्थ्य संस्थान पर जरूर सूचना दें। इससे परिवार, गांव और पूरा समाज सुरक्षित रहेगा।  

स्क्रीनिंग पर विशेष ध्यान 
डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के दूसरे चरण में 65 वर्ष से अधिक उम्र व अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त, गर्भवती महिलाओं और दस वर्ष के कम उम्र के बच्चों की स्क्र्रींनग पर विशेष ध्यान दें। साथ ही इनकी जांच भी प्राथमिकता के आधार पर कराएं, क्योंकि इनमें संक्रमण से खतरा अधिक है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें