बिहारः पटना डेंटल कॉलेज में दाखिले पर रोक, मान्यता पर संकट, डीसीआई ने क्यों की सिफारिश?
डीसीआई की सिफारिश पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य से पक्ष रखने को कहा था। पक्ष रखने गए प्राचार्य को राज्य के स्वास्थ्य विभाग से कमियों को दूर करने संबंधी सहमति पत्र पेश किया।
इस खबर को सुनें
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) ने पटना डेंटल कॉलेज में नए सत्र में नामांकन पर रोक लगा दी है। इसके लिए डीसीआई ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है। साथ ही सत्र 2022-23 में नामांकन की मान्यता रद्द करने संबंधी प्रस्ताव भी दिया है।
डीसीआई की सिफारिश पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य से पक्ष रखने को कहा था। दो दिसंबर को पक्ष रखने गए प्राचार्य को राज्य के स्वास्थ्य विभाग से कमियों को दूर करने संबंधी सहमति पत्र नहीं मिला। मजबूरी में प्राचार्य ने अपने स्तर पर कमियों को दूर करने संबंधी सहमति पत्र पेश किया। कहा, जितनी जल्दी हो कॉलेज की कमियों को दूर किया जाएगा। केंद्र उनके पक्ष से कितना संतुष्ट है, यह जल्द पता चलेगा।
CBI जांचः खुशी अपरहरण कांड की जांच में 7 लापरवाहियां, पटना हाईकोर्ट सख्त; डीएसपी पर तलवार
डीसीआई जांच टीम ने संसाधनों की कमियों पर जताई थी आपत्ति
डीसीआई की तीन सदस्यीय टीम अगस्त 2021 से सितंबर 2022 के बीच तीन बार कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंची थी। प्रत्येक बार टीम के सदस्यों ने कई कमियों को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। इन कमियों को तत्काल दूर करने का निर्देश भी दिया गया था। बार-बार निर्देश देने के बावजूद कमियों को दूर नहीं किए जाने के कारण डीसीआई ने कॉलेज की मान्यता रद्द करने की सिफारिश केंद्र सरकार से कर दी है।
बिहार पुलिस में बंपर बहालीः 62 हजार नए पदों पर भर्ती को हरी झंडी, महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण
नहीं मिला कॉन्सेंटः प्राचार्य
प्राचार्य डॉ. तनोज कुमार ने बताया कि कॉलेज में नए सत्र में नामांकन होगा या नहीं इसका निर्णय केंद्र सरकार लेगी। लेकिन जिन कमियों को लेकर सरकार से सहमति (कॉन्सेंट) की मांग की गई थी, वह उन्हें नहीं मिला। अपना पक्ष रखने के दौरान केंद्रीय टीम उन सुविधाओं की उपलब्धता की जानकारी दी जो सरकार द्वारा हाल ही में कॉलेज को उपलब्ध कराया गया है। बताया कि एक ओपीजी मशीन, एक कंप्यूटर और प्रिंटर समेत कुल 17 प्रकार के उपकरण कॉलेज को उपलब्ध कराए गए हैं।