ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहारसीएम नीतीश ने लालू राबड़ी पर साधा निशाना, कहा- नयी पीढ़ी को बताएं पति-पत्नी के15 साल का शासन कैसा था

सीएम नीतीश ने लालू राबड़ी पर साधा निशाना, कहा- नयी पीढ़ी को बताएं पति-पत्नी के15 साल का शासन कैसा था

बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो अनाप-शनाप बकते रहते हैं उनसे पूछिए जो जरा कि 15 साल के पति-पत्नी के राज में क्या काम...

सीएम नीतीश ने लालू राबड़ी पर साधा निशाना, कहा- नयी पीढ़ी को बताएं पति-पत्नी के15 साल का शासन कैसा था
पटना, हिन्दुस्तान टीमSun, 07 Jun 2020 09:10 PM
ऐप पर पढ़ें

बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो अनाप-शनाप बकते रहते हैं उनसे पूछिए जो जरा कि 15 साल के पति-पत्नी के राज में क्या काम किया? सड़कें कैसी थीं? बिजली का क्या हाल था। उनके घरों में भले बिजली हो, लोगों के घरों में रहती थी क्या? राज्य का बजट कितना था? आधारभूत संरचना या अन्य क्षेत्र में कोई काम हुआ था क्या? 

मुख्यमंत्री ने सुबह 11 से लेकर शाम 6 बजे के बीच अलग-अलग सत्रों में पांच जिलों पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर और मधुबनी के बूथ स्तर से लेकर जिलाध्यक्ष तक करीब 20 हजार पार्टीजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की। नीतीश कुमार ने जदयू कार्यकर्ताओं से कहा कि वे नयी पीढ़ी को बताना चाहिए कि बिहार में 15 वर्षों तक पति-पत्नी का शासन कैसा था। हमें कैसी परिस्थिति में और कैसा बिहार मिला था और अभी क्या हाल है। कैसे राज्य का बजट 24 हजार करोड़ से दो लाख 12 हजार करोड़ तक पहुंचा। कैसे रेवेन्यू बढ़ाया गया।

उन्होंने निर्देश दिया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सक्रिय हो जाइए। सजग रहिए, यदि कोई गलत चीज बोलकर लोगों को गुमराह करना चाहे तो सही जानकारी रखिए। राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र में किए गए कार्यों की उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। खासतौर से जिलावार हुई इसी बैठक में उस जिले में 15 वर्षों में हुए महत्वपूर्ण कार्यों का सीएम ने उल्लेख किया। बैठक को सांसद ललन सिंह, आरसीपी सिंह, सरकार के मंत्री संजय झा और अशोक चौधरी ने भी संबोधित किया।  

अपरहण और नरसंहार से बाहर निकाला बिहार 
नीतीश कुमार ने कहा कि क्या स्थिति थी, अपरहण और सामूहिक नरसंहारों का दौर था। वहां से निकलकर बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ। अब रामराज कोई कहे तो झूठ होगा, लेकिन स्थिति नियंत्रण में रहा। 15 साल में सिर्फ एक शहर में वह भी दो दिन के लिए कर्फ्यू लगा, बाकी कहीं कोई ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होने दी गयी। 

कोरोना काल में बेमिसाल काम 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में अमेरिका जैसे बड़े देशों को भी दिक्कत हुई। बिहार में जितने बड़े स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर संचालित हुए, उतने बड़े स्तर पर देश में कहीं नहीं हुए। लाखों की संख्या में लोग आए और एक व्यक्ति पर 5300 रुपये खर्च किए गए। जांच का दायरा बढ़ाया गया है। एक हजार रुपये लोगों के खाते में डाले गए, अनाज दिया गया, वह भी एक करोड़ से अधिक के खाते में पैसे गए। बाहर से आए लोगों की स्किल मैपिंग हो रही है। जितना संभव था सब किया गया।

सबके विकास का काम हुआ 
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने अतिपिछड़ों को पंचायतों में आरक्षण दिया। पति-पत्नी के शासन में वोट लेकर भी क्यों नहीं दिया? महिला सशक्तीकरण के लिए अनगिनत कार्य हुए। हर घर बिजली पहुंचा दी गयी है। पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी से लोग कितने घंटे में राजधानी आते थे, सड़कें ऐसी हो गयी हैं कि अब कितना समय लगता है। कृषि के लिए अलग फीडर देने जा रहे हैं। 

चुनाव में डिजिलट तकनीक का होगा अहम स्थान 
मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू कार्यकर्ताओं से कहा कि अभी मैं आपलोगों के बीच होता, लेकिन स्थिति ऐसी हो गयी है कि डिजिटली बात हो रही है। बिहार विधानसभा के चुनाव में भी डिजिटल तकनीक की बड़ी भूमिका होगी, इसलिए अभी से इसका उपयोग कीजिए। 

मास्क लगाने को किया प्रेरित 
नीतीश कुमार ने डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन की भी सीख पार्टीजनों को दी। कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग, 10 साल से छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से अधिक सजगता रखने की जरूरत है। सभी मास्क लगाएं। मास्क लगाने को लेकर लोगों को प्रेरित करिए। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें