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वीआईपी सीट: नवादा की सियासत पर तीन दशक से दो परिवारों का कब्जा, क्या इस बार बदलेगा समीकरण?

बिहार की वीआईपी सीटों में शुमार नवादा विधानसभा सीट पर तीन दशक से पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव और वर्तमान विधायक कौशल यादव के परिवारों का ही कब्जा है, लेकिन अबकी बार इनके विजय रथ को रोकने के लिए कई...

वीआईपी सीट: नवादा की सियासत पर तीन दशक से दो परिवारों का कब्जा, क्या इस बार बदलेगा समीकरण?
नवादा। सुधीर कुमार गुप्ताFri, 14 Aug 2020 12:22 PM
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बिहार की वीआईपी सीटों में शुमार नवादा विधानसभा सीट पर तीन दशक से पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव और वर्तमान विधायक कौशल यादव के परिवारों का ही कब्जा है, लेकिन अबकी बार इनके विजय रथ को रोकने के लिए कई सियासी पार्टियों की नजर इस सीट पर टिकी है। कई निर्दलीय भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए आगे आ रहे हैं। अगर राजद और जदयू को यह सीट मिलती है तो उनके प्रत्याशी तय हैं, लेकिन महागठबंधन में रहने वाली अन्य पार्टियों को यह सीट जाती  है तो चुनाव रोचक होगा। हालांकि चर्चा है कि इस बार भी यहां से राजबल्लभ और कौशल यादव का परिवार ही आमने-सामने होगा। 

नवादा विधानसभा क्षेत्र से सन् 1990 में कृष्णा प्रसाद ने भाजपा से चुनाव जीता था। बाद में वह राजद में शामिल हो गए। 1992 में सड़क हादसे में उनकी मौत के बाद छोटे भाई राजबल्लभ यादव ने उनकी विरासत को संभाला। 1995 में निर्दलीय और 2000 में राजद से उन्होंने चुनाव जीता। वह श्रम राज्य मंत्री भी बने, इसके बावजूद अगले तीन चुनाव में उन्हें पूर्णिमा यादव से शिकस्त मिल गई। 2015 में जदयू-राजद और कांग्रेस के महागठबंधन में राजबल्लभ फिर चुनाव जीते। उन्होंने एनडीए उम्मीदवार बीएलएसपी के इंद्रदेव प्रसाद को मात दी, लेकिन 2016 में नाबालिग रेपकांड में राजबल्लभ के फंसने के बाद सूबे सहित देशभर में चर्चा में आई यह सीट हॉट बन गई। 2018 में उम्रकैद  की सजा मिलने के बाद उनकी सदस्यता रद्द हो गई।

2019 के उपचुनाव में दस हजार से जीते थे कौशल
2019 में नवादा लोकसभा चुनाव के साथ नवादा विधानसभा का उपचुनाव भी हुआ। एनडीए उम्मीदवार जदयू से कौशल यादव 53546 वोट पाकर निर्दलीय प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा से दस हजार वोट से जीते। दूसरे नंबर पर रहने वाले कुशवाहा को 42593 मत प्राप्त हुए, जबकि महागठबंधन से हम पार्टी के उम्मीदवार रहे धीरेंद्र कुमार मुन्ना तीसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 36143 वोट मिले। जिला परिषद उपाध्यक्ष और निर्दलीय प्रत्याशी गीता देवी 16650 मत प्राप्त कर चौथे स्थान पर रहीं। इससे पहले कौशल यादव तीन बार गोविंदपुर विधानसभा से भी विधायक रह चुके हैं।

2015 में 12 और 2019 में आठ प्रत्याशी थे मैदान में
नवादा विधानसभा क्षेत्र से 2015 में 12 और 2019 में हुए उपचुनाव में 8 प्रत्याशी मैदान में थे। इस चुनाव में बड़ी बात यह थी कि तीसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार थे, जबकि चौथे नंबर पर नोटा। 2019 के उपचुनाव में कुल लोगों की जमानत भी जब्त हो गई थी।

कई उम्मीदवार चुनावी समर में कूदने को तैयार
नवादा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में एक ही जाति के दो क्षत्रप राजबल्लभ व कौशल यादव आमने-सामने रहे हैं। यही नहीं ये दोनों ही एक-दूसरे की हार-जीत का कारण भी बनते हैं। इन सबके बीच इस बार अन्य पार्टियों की नजर भी इस सीट पर टिकी है। नवादा लोकसभा क्षेत्र से चंदन सिंह के सांसद बनने के बाद लोजपा भी अपनी दावेदारी मजबूत बना रही है। वहीं भाजपा, हम, कांग्रेस सहित कुछ छोटी पार्टियां भी अपनी चाल चलने में पीछे नहीं हैं। इनके अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी समर में कूदने के लिए तैयार हैं।

नवादा विधानसभा क्षेत्र
कुल मतदाता : 345010
कुल पुरुष मतदाता :178564
कुल महिला मतदाता : 166437

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