मोदी मंत्रिमंडल में बिहार: भोजपुर और मिथिलांचल के दो-दो सांसद बने मंत्री
बिहार के आठ क्षेत्रों सीमांचल, कोसी, पूर्व बिहार, मिथिला, तिरहुत, सारण, भोजपुर और मगध में से चार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली, जबकि चार क्षेत्र बिना प्रतिनिधित्व के ही रह गया। मिथिला और...
बिहार के आठ क्षेत्रों सीमांचल, कोसी, पूर्व बिहार, मिथिला, तिरहुत, सारण, भोजपुर और मगध में से चार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली, जबकि चार क्षेत्र बिना प्रतिनिधित्व के ही रह गया। मिथिला और भोजपुर के लोकसभा क्षेत्रों से चुने गये दो-दो सांसद अब केन्द्र सरकार में मंत्री बन गये हैं। वहीं तिरहुत, कोसी, सीमांचल, सारण को प्रतिनिधित्व नहीं मिला।
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार-2: राधामोहन सिंह और रामकृपाल का पत्ता हुआ साफ, रूडी को भी नहीं मिला मौका
बिहार कोटे से कैबिनेट मंत्री बने रामविलास पासवान फिलहाल लोकसभा या राज्यसभा के सदस्य नहीं हैं, पर वे खगड़िया के मूल निवासी हैं, इस नाते पूर्व बिहार का प्रतिनधित्व करते हैं। हालांकि लम्बे समय से उनका निर्वाचन क्षेत्र हाजीपुर रहा है। कैबिनेट मंत्री बनाए गए रविशंकर प्रसाद मगध क्षेत्र के पटना साहिब के सांसद हैं।
यह भी पढ़ें: मोदी के शपथ लेते ही जश्न में डूबी काशी, राष्ट्रपति भवन में भी गूंजा हर हर महादेव
मिथिला के बेगूसराय से जीते गिरिराज सिंह भी काबीना मंत्री बनाए गए हैं, वहीं मिथिला के उजियारपुर लोकसभा के सांसद नित्यानंद राय राज्यमंत्री बने हैं। भोजपुर के दोनों सांसदों राजकुमार सिंह (आरा), अश्विनी चौबे (बक्सर) 2014 की तरह इसबार भी मोदी कैबिनेट में बरकरार हैं। हालांकि राजकुमार सिंह मूल रूप से सुपौल, जबकि अश्विनी चौबे भागलपुर के निवासी हैं। वहीं नित्यानंद राय वैशाली जिले के मूल निवासी हैं।