भिक्षुक पुनर्वास गृहों में मेहमानों के आने पर रोक
कोरोना वायरस के खतरे और लॉकडाउन के मद्देनजर भिक्षुक पुनर्वास गृहों में मेहमानों के आने पर पूर्ण रूप से अप्रैल तक रोक लगा दी गई है। इसमें रहने वाले लाभुकों को नियमित रूप से हैंडवाश करने के लिए...
कोरोना वायरस के खतरे और लॉकडाउन के मद्देनजर भिक्षुक पुनर्वास गृहों में मेहमानों के आने पर पूर्ण रूप से अप्रैल तक रोक लगा दी गई है। इसमें रहने वाले लाभुकों को नियमित रूप से हैंडवाश करने के लिए प्रशिक्षण देने के साथ इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। लाभुकों के संबंधियों से मिलने की प्रक्रिया पर भी तत्काल रोक लगाने को कहा गया है।
इसे लेकर स्टेट सोसायटी फॉर अल्ट्रा पूअर एण्ड सोशल वेलफेयर (एसएसयूपीएसडब्ल्यू) के वरीय प्रशासी पदाधिकारी ने निर्देश जारी किया है। कहा है कि पटना, नालंदा, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में पांच भिक्षुक पुनर्वास गृहों का संचालन हो रहा है। इसमें रहने वाले लाभार्थियों और कर्मियों के बीच कोरोना का फैलाव नहीं हो, इसके लिए 15 बिंदुओं पर काम करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक के अलावा एसएसपी से भी पत्राचार किया है। एसएसपी ने उक्त पत्र के आलोक में सभी डीएसपी और थानेदारों को इससे अवगत कराते हुए इसके अनुपालन का निर्देश दिया है।
बाहर से तैयार खाद्य पदार्थ पर रोक
इन गृहों में बाहर से तैयार होकर आने वाले खाद्य पदार्थ पर भी रोक लगा दी गई है। गृहों में बनने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करने को कहा गया है। इसके अलावा सभी लाभुकों के लिए अलग-अलग कपड़े, रूमाल और तौलिया की भी व्यवस्था करनी है। इसे नियमित रूप से सैनेटाइज किया जाएगा। इनकी देखभाल को अनावश्यक भीड़ जमा नहीं करनी है।
नये लाभुकों की होगी जांच
इन गृहों में प्रवेश करने से पहले सभी कर्मचारी और पदाधिकारी अपने हाथों को मेडिकेटेड साबुन से साफ करेंगे। अगर इस अवधि में कोई नए लाभुक गृहों में आते हैं तो स्वास्थ जांच और थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाएगी। गृहों के भीतर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा।