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राजपूत-मुसलमान वोट मिला रहे आनंद मोहन, बोले- रामायण-महाभारत में हिंदू नहीं, क्षत्रिय शब्द का जिक्र है

जेल से रिहाई के बाद महागठबंधन की तरफ से खेल रहे बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन ने कहा है कि रामायण, महाभारत, गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों में हिंदू शब्द का जिक्र नहीं है बल्कि क्षत्रिय शब्द है।

राजपूत-मुसलमान वोट मिला रहे आनंद मोहन, बोले- रामायण-महाभारत में हिंदू नहीं, क्षत्रिय शब्द का जिक्र है
Ritesh Vermaलाइव हिन्दुस्तान,पटनाWed, 24 May 2023 02:00 PM
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बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन अब खुलकर आरजेडी-जेडीयू महागठबंधन के पक्ष में बैटिंग करते नजर आने लगे हैं। जेल से रिहा होने के बाद बेटे की शादी तक एक तरह से अंडरग्राउंड रहे आनंद मोहन अब बाहर नजर आ रहे हैं, कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं और जब भी बोल रहे हैं तो ऐसी बातें जो बीजेपी को रत्ती भर ना अच्छी लगे। गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की 1994 में हत्या के केस में उम्रकैद काट रहे आनंद मोहन को नीतीश कुमार सरकार द्वारा जेल नियमों में बदलाव के बाद समय से पहले रिहा कर दिया गया था।

रोहतास जिले के विक्रमगंज में महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में आनंद मोहन ने अब कहा है कि रामायण, महाभारत, गीता जैसे धर्मग्रंथों में हिंदू शब्द का जिक्र नहीं है बल्कि क्षत्रिय शब्द की चर्चा है। आनंद मोहन ने कहा कि आश्चर्य होता है कि महाराणा प्रताप को आज कुछ लोग हिंदू से जोड़ रहे हैं। देश के इतिहास में राजपूत और मुसलमान के मजबूत रिश्तों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का सेनापति हकीम खान सूरी था जबकि अकबर का सेनापति मान सिंह था। राजनीतिक विश्लेषक आनंद मोहन के इस बयान को राजपूतों को महागठबंधन की तरफ खींचने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं जिसे ज्यादातर मुसलमान वोटरों का समर्थन माना जाता है।  

आनंद मोहन जेल से निकलने के बाद क्षत्रिय महापुरुषों और नेताओं की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रमों में ही शामिल हो रहे हैं। जेल से छूटने के बाद आनंद मोहन का सबसे पहला सार्वजनिक कार्यक्रम अररिया जिले के फारबिसगंज में हुआ जहां वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा का अनावरण हुआ। इस कार्यक्रम में इलाके के बीजेपी सांसद और विधायक समेत कई नेता कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर भी मंच पर नहीं चढ़े और नीचे से मूर्ति पर फूल चढ़ाकर लौट गए थे। 

राजपूत वोटर सात हजार थे, जीता 62000 के अंतर से, फिर भी दलित विरोधी कैसे: आनंद मोहन

दूसरा कार्यक्रम सहरसा जिले के महिषी इलाके में हुआ जहां आनंद मोहन ने राजपूत जाति से आने वाले पूर्व मुखिया इंद्रदेव सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस सभा में उन्होंने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि आनंद मोहन वो हाथी है जो कमल को रौंद देगा। डीएम हत्याकांड में रिहाई के बाद खुद पर दलित विरोधी होने के आरोप पर आनंद मोहन ने कहा था कि महिषी विधानसभा सीट ही वो 62000 वोट के अंतर से पहली बार विधायक बने थे जबकि क्षेत्र में राजपूत वोटर महज 7000 हैं। 

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