Hindi Newsबिहार न्यूज़Adani JK Cement Pepsico and Coca Cola have decided to set up units in Bihar hopes for employment

अडानी, जेके सीमेंट और कोका कोला सब तैयार, बिहार में निवेश की बहार; प्लांट से कितना बढ़ेगा रोजगार

बता दें नवादा में बैठाई जाने वाली इंडस्ट्री की कुल लागत 1400 करोड़ रुपया होगी और मुजफ्फरपुर में इंडस्ट्री बैठाने की लागत 900 करोड़ होगी। नवादा के वारसलीगंज में बैठाई जा रही युनिट तो निर्माणाधीन भी है।

Nishant Nandan विजय स्वरूप, पटनाThu, 1 Aug 2024 12:41 PM
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बिहार में रोजगार की तलाश में बैठे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। यह खबर बिहार के विकास से भी जुड़ी है। दरअसल देश की बड़ी इंडस्ट्रियों में शुमार अडानी, जेके सीमेंट, पेप्सिको और कोका कोला जैसी कुछ अन्य इंडस्ट्रियों ने बिहार में अपनी यूनिट शुरू करने का फैसला किया है। इन बड़े नामों द्वारा बिहार में निवेश किए जाने की खबर सामने आने के बाद रोजगार की आस जगी है। 

बताया जा रहा है कि अडानी ग्रुप सीमेंट प्लांट नवादा और मुजफ्फरपुर जिले में एक-एक सीमेंट इंडस्ट्री बैठाने जा रही है। नवादा में बैठाई जाने वाली इंडस्ट्री की कुल लागत 1400 करोड़ रुपया होगी और मुजफ्फरपुर में इंडस्ट्री बैठाने की लागत 900 करोड़ होगी। नवादा के वारसलीगंज में बैठाई जा रही यूनिट तो निर्माणाधीन भी है। वहीं मुजफ्फरपुर में इंडस्ट्री के लिए जमीन आवंटित कर दी गई है। 

 इस मामले की जानकारी रखने वाले उद्योग विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि BIADA ने Adani Group of Companies को इंडस्ट्री बैठाने के लिए वारसलीगंज में चीनी मिल के नजदीक करीब 72 एकड़ जमीन दी है। इसके जरिए कंपनी 6.0 MTPA की एक सीमेंट ग्रिनडिंग यूनिट बैठाएगी। इससे दो हजार लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा तो वहीं 5000 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर भी रोजगार मिलेगा। 

इसके अलावा जेके सीमेंट, पेप्सिको, कोका कोला और सेवी लेदर्स जैसे करीब 40 बड़े नामों ने भी बिहार में इंडस्ट्री से जुड़ी यूनिट बैठाने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। उद्योग विभाग की तरफ से जो डेटा दिए गए हैं उसके मुताबिक करीब 1959 इंडस्ट्रियों को साल 2016-2022 के बीच स्टेज-1 का क्लीयरेंस दिया जा चुका है। जबकि साल 2023 से लेकर अब तक 671 यूनिटों को प्रथम चरण का क्लीयरेंस दिया गया है और 7894 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। 

उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा, 'दो इंडस्ट्रियल इलाकों मसलन नवानगर और कुमारबाग दोनों जगह पर करीब 125 एकड़ जमी है। इन्हें Special Economic Zones (SEZ) में रखा गया है। SEZ  के अप्रूवल के लिए सभी जरुरी कागजात FALTA SEZ के जरिए सब्मिट कर दिए गए हैं। FALTA SEZ की तरफ से जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक नवानगर SEZ को मिले अप्रूवल को इकोनॉमिक जोन की अगली मीटिंग की एजेंडा में शामिल किया गया है।'

नीतीश मिश्रा ने कहा कि आकर्षक प्रस्ताव देने की वजह से बिहार में इंडस्ट्रियां दिलचस्पी दिखा रही हैं। मंत्री ने कहा, 'बिहार के पास रणनीतिक लोकेशन का एडवांटेज है। बिहार के जरिए हम पूरे नॉर्थईस्ट, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान को कवर कर सकते हैं। सड़कों की बात करें तो अब कनेक्टिविटी बेहतरीन है। इसके अलावा गया, पटना और दरभंगा में एयरपोर्ट भी संचालित हैं।'
 

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