13 दिन में 7 रेल हादसे, चलते-फिरते ताबूत बने डिब्बे; ट्रेन हादसों पर लालू यादव ने मोदी सरकार को घेरा
रेल हादसों को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। और कहा कि 13 दिनों में 7 ट्रेन हादसे हुए, अब यात्री ट्रेन में चढ़ने से भी डर रहे। और सरकार मूलभूत कदम नहीं उठा रही है।
बीते दिनों देश के अलग-अलग राज्यों में हुए रेल हादसों ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी कई सवाल उठाए हैं। लालू ने कहा कि 13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएं हुई। आज रेल के डिब्बे चलते-फिरते ताबूत बन गए हैं। और केंद्र सरकार सुरक्षा के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही।
लालू यादव ने सोशल मीडिया के एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएं! नियमित होती रेल दुर्घटनाएं बेहद चिंताजनक है। सरकार ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही है। भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा ना हो। रेल के डिब्बे आज चलते फिरते ताबूत बनकर रह गए हैं।
आपको बता दें आज झारखंड के चक्रधरपुर के राजखरसावां-बडाबांबो स्टेशन के बीच हुए हावड़ा मुंबई मेल एक्सप्रेस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। जिसके चलते कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। इससे पहले यूपी के गोंडा जिले में भी रेल हादसा हुआ था। जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी।
वहीं बिहार के समस्तीपुर में भी एक बड़ा रेल हादसा टल गया था, जब दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पूसा और कर्पूरीग्राम स्टेशन के बीच दो भाग में बंट गयी। ट्रेन का इंजन दो बोगी को लेकर आगे बढ़ गया जबकि बाकी डिब्बे पीछे रह गए। यात्रियों ने बताया कि कपलिग खुलने और दो बोगी के इंजन सहित अलग होने से जोर का झटका लगा। इससे सभी लोग घबरा गए। हालांकि गनीमत है कि अब तक किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ।