तेजस्वी यादव समेत 34 राजद विधायकों ने लॉकडाउन उल्लंघन मामले में ली जमानत
दल-बल के साथ गोपालगंज कूच के दौरान बीते 29 मई को लाकडाउन उल्लंघन के मामले में दर्ज किये गये मुकदमे के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के 29 नेताओं को जमानत लेनी पड़ी। सचिवालय थाने...
दल-बल के साथ गोपालगंज कूच के दौरान बीते 29 मई को लाकडाउन उल्लंघन के मामले में दर्ज किये गये मुकदमे के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के 29 नेताओं को जमानत लेनी पड़ी। सचिवालय थाने में लिखापढ़ी के बाद तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, राम विचार राय, भोला राय, राहुल तिवारी समेत 29 नामजद आरोपितों को जमानत दी गई।
इसकी पुष्टि करते हुये सचिवालय थाना प्रभारी मितेश कुमार ने बताया कि कुल 32 नामजद आरोपितों के खिलाफ विशेष कार्य दंडाधिकारी नवीन मोहन प्रसाद की ओर 29 मई को ही एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
आरोप था कि गोपालगंज में हुए ट्रिपल मर्डर कांड के विरुद्ध कूच के दौरान 29 मई को आरजेडी नेताओं की ओर से 4 घंटे तक जमकर हंगामा किया गया। यही नहीं इनके द्वारा पुलिसकर्मियों से भी धक्का-मुक्की की गई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि अभी भी तीन नामजद आरोपितों की जमानत बाकी है। तीनों की तबीयत खराब है। उनके आने पर जमानत दी जाएगी।
ये था मामला
गोपालगंज हत्याकांड में जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रशासन की अनुमति के बिना 10 सर्कुलर रोड से 29 मई की सुबह काफिले के साथ गोपालगंज कूच करने की कोशिश व लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत राजद के 92 नेताओं पर पुलिस ने केस किया था। देर रात सचिवालय थाने में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, राजद प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत 32 नामजद व राजद के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं व नेताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। नामजद आरोपितों में राजद के कई विधायक भी शामिल थे।
राबड़ी देवी के आवास पर चला हाई वोल्टेज ड्रामा
बता दें कि 29 मई को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हाई वोल्टेज ड्रामा चला था। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव सुबह 10 बजे राबड़ी देवी और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के अलावा पार्टी विधायकों को साथ लेकर गोपालगंज के लिए निकले, मगर पुलिस ने उन सभी को उनके आवास के बाहर ही रोक दिया। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपनी-अपनी गाड़ी में तीन घंटे तक बैठी रहीं। इस दौरान तीन घंटे तक राबड़ी आवास के सामने पार्टी विधायक प्रशासन के इस कदम के विरोध में कभी धरने पर बैठे तो कभी अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी में लगे रहे।