
बिहार के इन 12 विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग बढ़ाने के लिए विशेष अभियान, DM को मिला टास्क
संक्षेप: बिहार विधानसभा चुनाव: निर्वाचन विभाग के मुताबिक, मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर मिशन-60 चलाया जा रहा है। इसके तहत हर विधानसभा में कम वोटिंग टर्नआउट (वीटीआर) वाले 60 बूथों को चिह्नित किया गया है। इन बूथों पर मतदान बढ़ाने की खास तैयारी रहेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव: बिहार के 12 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में मतदान बढ़ाने को लेकर विशेष अभियान चलेगा। इन क्षेत्रों में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 50 फीसदी से भी कम वोट पड़े थे। कम मतदान वाले विधानसभा क्षेत्रों में पटना शहरी क्षेत्र के कुम्हरार, बांकीपुर और दीघा के अलावा जमालपुर, आरा, भागलपुर, बिहारशरीफ, मुंगेर, वारिसलीगंज, अस्थावां, शाहपुर और गया शहरी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिनोद सिंह गुंजियाल ने संबंधित सभी जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को इनके सहित राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान बढ़ाने को लेकर टास्क सौंपा है। इसके तहत मतदाता जागरूकता को लेकर स्वीप गतिविधियों के साथ ही विशेष अभियान चलाये जाएंगे। निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्यभर में पटना शहरी क्षेत्र के कुम्हरार में सबसे कम मात्र 35.27 फीसदी वोटिंग हुई थी।
बांकीपुर में मात्र 35.91 फीसदी और दीघा में 36.99 फीसदी वोट पड़े थे। इसको लेकर निर्वाचन विभाग को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी। पटना के साथ ही भागलपुर, नवादा, आरा, गया जी और नालंदा के शहरी क्षेत्रों में भी काफी कम वोट पड़े थे। राज्य में सबसे अधिक 67.39 फीसदी वोटिंग कोढ़ा, 67.23% वोटिंग बरारी और 66.07% वोटिंग चकाई विस में हुई थी।
निर्वाचन विभाग के मुताबिक, मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर मिशन-60 चलाया जा रहा है। इसके तहत हर विधानसभा में कम वोटिंग टर्नआउट (वीटीआर) वाले 60 बूथों को चिह्नित किया गया है। इन बूथों पर मतदान बढ़ाने की खास तैयारी रहेगी। इनके सहित सभी बूथों पर 85 प्लस आयुवर्ग के मतदाता, महिला मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं के सुगमतापूर्वक मतदान को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही मिशन-60 के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में कम वोटिंग वाले मतदान केंद्रों को चिह्नित कर उनमें मतदान बढ़ाने को लेकर प्रयास हो रहे हैं।





