पंचायतों में कचरा उठाने वाली गाड़ी फांक रही धूल
भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। जिले में बेसहारा बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने में समाज कल्याण विभाग एवं राज्य बाल संरक्षण समिति द्वारा संचालित प्रायोज

भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में बनी कचरा प्रसंस्करण इकाई(डब्ल्यूपीयू) शोभा की वस्तु बनी हुई है। इससे पंचायत में स्वच्छता अभियान अपने उद्देश्यों से भटकता दिख रहा है। हरेक पंचायत में इसका निर्माण करीब साढ़े सात लाख रूपये की लागत से हुआ है। अभी तक प्रखंड के बीस पंचायतों में से 16 पंचायतों में डब्ल्यूपीयू का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। गोपालपुर पंचायत में डब्ल्यूपीयू का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जबकि तीन पंचायतों सोंधानी, विलासपुर व खेढ़वां पंचायतों में जमीन के अभाव में इसका निर्माण नहीं हो पाया है। पहले चरण में चयनित दस पंचायतों में से नौ पंचायतों महमदा, बनसोहीं, दक्षिणी साघर सुल्तानपुर, ब्रह्मस्थान, भीखमपुर, महम्मदपुर, मोरा खास, शंकरपुर, बलहां एराजी में कचरा प्रसंस्करण इकाई का निर्माण किया गया था। एक पंचायत गोपालपुर में जमीन के विवाद को लेकर बाद में निर्माण कार्य शुरू हुआ, जिसका निर्माण कार्य फिलहाल चल रहा है। इसमें से दो पंचायतों दक्षिणी साघर सुल्तानपुर व बनसोहीं में पंचायत पर्यवेक्षक व स्वच्छताकर्मियों का मानदेय भुगतान नहीं होने से कचरा उठाव का काम नहीं हो रहा है। जबकि, दूसरे चरण में कौड़िया, उतरी साघर सुल्तानपुर, सहसरांव, बड़कागांव, बिठुना, मिरजुमला, सरायपड़ौली में निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन ,अभी इसमें कार्य शुरू नहीं हुआ है। नये वर्ष के जनवरी महीने में इन पंचायतों में कचरा प्रसंस्करण इकाई का कार्य शुरू होने वाला है। कुल मिलाकर, अभी मात्र सात पंचायतों में डब्ल्यूपीयू संचालित तो है, लेकिन कई जगहों पर कचरा उठाव करने वाली गाड़ी सड़क किनारे धूल फांक रही है। अधिकांश डब्ल्यूपीयू बंद ही दिखता है। इससे ऐसा लगता है कि पंचायत में स्वच्छता अभियान अपने उद्देश्यों से भटकता दिख रहा है।
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