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मैरवा में अब तक नहीं बन सका वेंडिग जोन

सड़क किनारे दुकान लगने से बढ़ी जाम की समस्या पर सड़क के किनारे दुकान लगाने को विवश हैं। जिससे रोजाना जाम की समस्या उतपन्न हो रही है। नपं के उदासीन रवैये के कारण लोग पूरे दिन जाम में फंसे रहते हैं।...

मैरवा में अब तक नहीं बन सका वेंडिग जोन
हिन्दुस्तान टीम,सीवानSun, 23 Jan 2022 06:50 PM
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सड़क किनारे दुकान लगने से बढ़ी जाम की समस्या

तीन साल से वेंडिग जोन के इंतजार में हैं दुकानदार

मैरवा। एक संवाददाता

नगर में अब तक वेंडिग जोन का निर्माण नहीं हो सका है। जाम की समस्या से निजात को लेकर वेंडिग जोन बनाना था। मझौली और मैरवा धाम पर इस जोन क्षेत्र को बनाने का प्रस्ताव था। इस जोन क्षेत्र में सड़क पर ठेला लगाने वाले दुकानदारों को स्थान देने की तैयारी थी। तीन साल से दुकानदार वेंडिग जोन के स्थान को लेकर असमंजस में है। वेंडिग जोन बनने में देर से दुकानदार मझौली चौक पर सड़क के किनारे दुकान लगाने को विवश हैं। जिससे रोजाना जाम की समस्या उतपन्न हो रही है। नपं के उदासीन रवैये के कारण लोग पूरे दिन जाम में फंसे रहते हैं। नगर में जाम की समस्या से निपटने के लिए तीन साल पूर्व सड़क पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों के लिए एक जोन क्षेत्र बनाये जाने पर चर्चा हुई। इसको लेकर नगर पंचायत के साथ दुकानदारों के साथ कई दौर की बातचीत हुई। दुकानदारों को आईकार्ड बनाने के साथ एक क्षेत्र में दुकान लगाने पर सहमति बनी थी। जाम से सबसे ज्यादा प्रभावित रहने वाले मझौली चौक और मैरवा धाम पर शुरूआत में वेंडिग जोन बनाने का निर्णय लिया गया था। बैठक के बाद कुछ दुकानदारों के कार्ड बनाये जाने की बात बतायी जा रही है। मौजूदा स्थान पर रहने वाले दुकानदारों को कार्ड बनाकर औपचारिकता पूरी की जाने की बात बतायी जा रही है।

दो साल से विवाद में रही नगर पंचायत की कार्यशैली

मैरवा। नगर पंचायत में दो साल से अनियमितता को लेकर जांच के बाद क्षेत्र में वेंडिग जोन को लेकर पहल में देरी की मुख्य वजह माना जा रहा है। कोरोना काल में खरीदारी के पांच से अधिक मामले की जांच चल रही है। जिसमें लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी हुई है। इस जांच के दौरान अविश्वास प्रस्ताव भी आ चुका है। अब तक जाम की समस्या से निजात और वेंडिग जोन को लेकर कोई खास रूची नहीं ली जा रही है।

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