खुले में फेंकी गयी सूई व गलब्स के बीच टीकाकरण
पेज चार की लीड लापरवाही कर्मचारी कचरे का प्रबंधन स्थानीय स्कूल पर छोड़कर जा रहे हैं जबकि मेडिकल कचरे को मेडिकेयर संस्था द्वारा निस्तारण किया जाता है बायो कचरा स्कूल के बरामदे में छोड़ दिया गया...
पेज चार की लीड
लापरवाही
कर्मचारी कचरे का प्रबंधन स्थानीय स्कूल पर छोड़कर जा रहे हैं जबकि मेडिकल कचरे को मेडिकेयर संस्था द्वारा निस्तारण किया जाता है
बायो कचरा स्कूल के बरामदे में छोड़ दिया गया है
सफाईकर्मी ने परिसर में किनारे रख दिया है सिरिंज
14 सेंटर पर बायो कचरा होने से संक्रमण की आशंका
फोटो-7. कन्या मध्य विद्यालय के परिसर में फेंका गया बायो कचरा।
मैरवा। एक संवाददाता
नगर में वार्डवार टीकाकरण अभियान के दौरान बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। स्कूल में वैक्सीनेशन सेंटर पर टीका लगाने के बाद खुले में बायो वेस्ट कचरा फेंका जा रहा है। कन्या मध्य विद्यालय परिसर में शनिवार टीका लगाने वाला सिरिंज व गलब्स खुले में पड़ा हुआ था। शुक्रवार को टीका लगाने के बाद शाम को सिरिंज छोड़ स्वास्थ्यकर्मी चले गये थे। इसके बाद स्कूल के सफाईकर्मी ने परिसर में किनारे रख दिया है। मोहल्ले के लोगों ने नाराजगी जताते हुए विरोध भी किया है। स्थानीय लोग बच्चों के खेलने के क्रम में इसकी चपेट में आने से आशंकित है। शनिवार को टीका लेने आये लोग बायो वेस्ट कचरा के बीच टीका लेने के लिए बैठे रहे। बायो कचरा स्कूल के बरामदे में छोड़ा गया है। पूरे दिन लोग इस कचरे के साथ टीका लेने को विवश थे। स्कूल के हेडमास्टर फूलमंगल राम द्वारा शिकायत के बाद भी बायो वेस्ट के प्रबंधन को लेकर कोई पहल नहीं हुई। नगर के सभी तेरह वार्ड में टीका लगाने के लिए टीकाकरण एक्सप्रेस पहुंच रही है। टीका लगाने के बाद कर्मचारी कचरे का प्रबंधन स्थानीय स्कूल पर छोड़कर जा रहे हैं। जबकि क्षेत्र में किसी भी प्रकार के मेडिकल कचरे को मेडिकेयर संस्था द्वारा निस्तारण किया जाता है। रेफरल अस्पताल में कचरा के प्रबंधन के लिए रोजाना वाहन आता है। लगभग सभी केन्द्र पर टीका देने वाले कर्मी द्वारा यूज की गई सूई और गलब्स छोड़े जाने की बात बतायी जा रही है।
क्या कहते हैं हेल्थ मैनेजर
हेल्थ मैनेजर शाहिद अली ने कहा कि कचरा उठाने के लिए एक कंपनी को पत्र लिखा गया है। जिसका अनुपालन नहीं हो रहा है। नगर में 14 स्थान से बायो वेस्ट कचरा उठाना है। कंपनी द्वारा कचरा नहीं उठाये जाने के संबंध में पूछताछ होगी। लगभग सभी सेंटर पर कचरा नहीं उठाये जाने की शिकायत मिल रही है।
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वैक्सीन कर्मी से मारपीट करने वाली महिलाएं भेजी गईं जेल
कार्रवाई
महिला कर्मी से बदसलूकी के बाद कर्मियों में असुरक्षा की भावना
जिले के करीब 30 सत्र स्थलों पर लाभार्थियों को दिया गया वैक्सीन
सीवान। निज प्रतिनिधि
जिले के सत्र स्थलों पर वैक्सीनेशन के दौरान हंगामे की खबरें अब आम होने लगी हैं। आए दिन किसी न किसी सत्र स्थल से ऐसी सूचना मिल ही जाती हैं। शुक्रवार को दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज पर कर्मी स्वीटी कुमार से मारपीट करने के मामले में तीन महिला लाभार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान मुफस्सिल के खालिदपुर के वसीम अख्तर की पुत्री जेबा, अब्दुल बदुद की पुत्री गजाला व अब्दुल बदुद की पत्नी मनीश ने नियम के विरूद्ध वैक्सीन लेने को लेकर कर्मी स्वीटी कुमारी के साथ मारपीट की थी। इस घटना के बाद शनिवार को वैक्सीनेशन कार्य में लगाए गए कर्मी अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से कर रहे हैं। लेकिन कभी वैक्सीन तो कभी लंबी-लंबी कतार में घंटों खड़े रहने के कारण लाभार्थियों का चिड़चिड़ापन उन्हें अब परेशान करने लगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज पर महिला कर्मी से बदसलूकी के बाद कर्मियों में असुरक्षा की भावना प्रबल है। सत्र स्थलों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं होने से कर्मी अपने कार्य स्थल पर जाना नहीं चाह रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार शनिवार को जिले में कुल तीस सत्र स्थलों पर वैक्सीनेशन कार्य किया गया। वैक्सीनेशन को लेकर पहले की अपेक्षा लाभार्थियों में काफी उत्साह है।
जिला मुख्यालय के चार सत्र स्थलों पर कुल दो सौ भायल वैक्सीन
सीवान। जिला मुख्यालय के कुल चार सत्र स्थलों पर शनिवार को दो सौ भायल वैक्सीन उपलब्ध था। इन सत्र स्थलों में दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज, यूनानी मेडिकल कॉलेज, दयानंद आयुर्वेदिक हॉस्पीटल व रेलवे स्टेशन पर प्रति सत्र स्थल पचास-पचास भायल वैक्सीन की आपूर्ति की गयी थी। जिससे कुल दो हजार लाभार्थियों को वैक्सीन का डोज दिया जा सकेगा।