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जिले में खरीफ सीजन में धान बीज वितरण की रफ्तार काफी धीमी

सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता।व्र विस्तार योजना के तहत धान बीज वितरण का 182.88 क्विंटल लक्ष्य प्राप्त है। इसमें से अभी तक सिर्फ 12.60 क्विंटल बीज का वितरण गुरुवार तक हो सका है, वहीं, बीज की उपलब्धता व...

 जिले में खरीफ सीजन में धान बीज वितरण की रफ्तार काफी धीमी
हिन्दुस्तान टीम,सीवानSat, 10 Jun 2023 02:00 PM
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सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता।

जिले में कृषि समन्वयक व किसान सलाहकारों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण अनुदानित धान बीज का वितरण बाधित है। इसे लेकर विभाग भी संशय की स्थिति में दिख रहा है। जिले में खरीफ वर्ष 2023-24 में मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना के तहत धान बीज वितरण का 182.88 क्विंटल लक्ष्य प्राप्त है। इसमें से अभी तक सिर्फ 12.60 क्विंटल बीज का वितरण गुरुवार तक हो सका है, वहीं, बीज की उपलब्धता व उठाव की स्थिति 146.16 क्विंटल है। राज्य योजना के तहत अनुदानित धान बीज दस वर्ष से कम अवधि का 1237.00 क्विंटल आवंटित है। इसमें 44.95 क्विंटल वितरण किया गया है। जबकि राज्य योजना के तहत अनुदानित धान बीज दस वर्ष से अधिक अवधि का 605.00 क्विंटल आवंटित है, जहां 37.67 क्विंटल ही बीज का वितरण हो सका है। इन सबके बीज बीज वितरण की जो रफ्तार जिले में है, वह काफी कम है। कृषि समन्वयकों के हड़ताल पर जाने से ऑनलाइन आवेदन का उनके लॉगिन से फॉरवर्ड नहीं हो पा रहा है। इससे संबंधित किसान की डिमांड नंबर नहीं आने से चाहकर भी बीज नहीं उठा पा रहे हैं।

हड़ताल से योजनाओं पर पड़ा असर

दूसरी तरफ हड़ताल पर होने के कारण किसान सलाहकार किसानों को बीज उठाने के लिए प्रेरित नहीं कर रहे हैं। इससे धान के बीज का उठाव करने में देरी हो रही है। बताया जा रहा कि हड़ताल की यही स्थिति रही तो इससे धान के उत्पादन पर भी भारी असर पड़ेगा। हालांकि, जिला कृषि कार्यालय कृषि समन्वयक व कृषि सलाहकारों की हड़ताल को देखते हुए समय से बीज वितरण का कार्य पूरा कराने की कोशिश कर रहा है। बताया जा रहा कि विभागीय निर्देश पर मोबाइल पर ओटीपी आए बिना भी बीज वितरण करने की तैयारी विभाग द्वारा करने की योजना बनाई जा रही है, हालांकि इसके लिए विभागीय निर्देश का इंतजार किया जा रहा है।

जिले में 2113.88 क्विंटल बीज की आवश्यकता

बहरहाल, खरीफ वर्ष 2023-24 में विभिन्न योजनाओं के तहत 2113.88 क्विंटल बीज की आवश्यकता है, इसमें 1317.47 क्विंटल बीज का उठाव कर लिया गया है। मगर बात जहां तक वितरण की है तो सिर्फ 95.82 क्विंटल ही वितरण हो सका है। मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना के तहत धान बीज का प्रभेद राजेन्द्र मंसूरी-1, राजेन्द्र नीलम, दस वर्ष से कम अवधि वाली सबौर संपन्न व सबौर श्री जबकि दस वर्ष से अधिक अवधि की राजेन्द्र मंसूरी-1 व स्वर्णा सब -1 है।

मड़ुआ बीज के वितरण की रफ्तार काफी धीमी

जिले में कृषि समन्वयक व कृषि सलाहकारों की हड़ताल से न सिर्फ धान के बीज वितरण का कार्य बाधित हो रहा है, बल्कि खरीफ वर्ष 2023-24 में विभिन्न योजना के तहत बीज वितरण भी प्रभावित हो रहा है। जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार तक एक क्विंटल भी मड़ुआ के बीज का वितरण नहीं हो सका है। सिर्फ 0.60 मड़ुआ बीज का वितरण हो पाया है। विभाग के अनुसार, जिले में 63.00 क्विंटल मड़ुआ बीज की आवश्यकता खरीफ सीजन में इस वर्ष है, इसमें 53.00 क्विंटल उठाव कर लिया गया है, लेकिन वितरण की स्थिति एक क्विंटल से भी कम है। इसी प्रकार से ज्वार बीज वितरण का लक्ष्य 9.00 क्विंटल व बाजरा बीज वितरण का लक्ष्य 17.00 क्विंटल है, लेकिन ज्वार व बाजरा बीज का वितरण अब तक बिल्कुल ही नहीं हो पाया है।

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