Hindi NewsBihar NewsSiwan NewsSiwan District Achieves 1 017 454 E-Golden Cards Creation Under Ayushman Bharat Scheme

इस वर्ष 1 लाख 17 हजार 454 ई-गोल्डेन कार्ड बनाया

संक्षेप: सीवान जिले में इस वर्ष 1,017,454 लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाया गया है। इस योजना के तहत कुल 27,39,640 लाभार्थियों का चयन किया गया है। ई-गोल्डेन कार्ड धारकों की संख्या अब 15,05,887 हो गई है। इस...

Wed, 15 Oct 2025 01:15 PMNewswrap हिन्दुस्तान, सीवान
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 इस वर्ष 1 लाख 17 हजार 454 ई-गोल्डेन कार्ड बनाया

सीवान, निज प्रतिनिधि। जिले में इस वर्ष कुल 1 हजार 17 हजार 454 लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाया जा चुका है। यह आंकड़ा इस वर्ष के एक जनवरी से लेकर 13 अक्टूबर तक का बताया जा रहा है। बताया गया कि अधिक से अधिक लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, अब जिले में ई-गोल्डेन कार्ड धारियों की संख्या बढ़कर 15 लाख 5 हजार 887 तक पहुंच गयी है। इसके अलावे 9 हजार 802 सीनियर सिटिजन का भी ई-गोल्डेन कार्ड बनाया गया है। गौरतलब है कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ई-गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है।

जिले में इस योजना के तहत कुल 27 लाख 39 हजार 640 लाभार्थियों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत लाभार्थी को सरकार की ओर से पांच लाख रुपये का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है। इस कैशलेस बीमा का इस्तेमाल लाभार्थी बीमार पड़ने पर सरकार व चिन्हित निजी अस्पतालों में इलाज कराने के दौरान कर सकता है। इन सेंटरों पर बनवाया जा सकेगा कार्ड बताया गया कि छूटे हुए लाभार्थियों के ई-गोल्डेन कार्ड बनवाने को लेकर जिले में व्यापक प्रचार प्रसार कराया जा रहा है। जिले के कॉमन सर्विस सेंटर के वीएलई, आशा कार्यकर्ता, पंचायत स्तर पर कार्यरत पंचायती राज कार्यपालक सहायक व अन्य ऑपरेटरों के माध्यम से कार्ड का निर्माण किया जाएगा। लाभार्थी किसी भी सेंटर पर पहुंचकर अब आसानी से अपना ई-गोल्डेन कार्ड बनावा सकते हैं। क्या कहते हैं डीपीसी आयुष्मान भारत योजना के डीपीसी राज किशोर ने बताया कि जिले में जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देशन में योजना के लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है। इस वर्ष अबतक कुल एक हजार 17 हजार 454 लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड बनाया जा चुका है। शेष छूटे हुए सभी लाभार्थियों का भी ई-गोल्डेन कार्ड बनाने का प्रयास किया जा रहा है।