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श्रीकरपुर चेकपोस्ट मूल उद्देश्यों से भटका, तस्करों से होती है वसूली

दलाली पुलिस दलालों के माध्यम वसूलती है मोटी रकम दलाल सीमा में प्रवेश पर पुलिस को करते हैं अलर्ट गुठनी। एक संवाददाता थाना क्षेत्र का श्रीकरपुर चेक पोस्ट अपने मूल उद्देश्यों से भटक गया है। इस चेक...

श्रीकरपुर चेकपोस्ट मूल उद्देश्यों से भटका, तस्करों से होती है वसूली
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,सीवानMon, 13 Dec 2021 06:40 PM
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दलाली

पुलिस दलालों के माध्यम वसूलती है मोटी रकम

दलाल सीमा में प्रवेश पर पुलिस को करते हैं अलर्ट

गुठनी। एक संवाददाता

थाना क्षेत्र का श्रीकरपुर चेक पोस्ट अपने मूल उद्देश्यों से भटक गया है। इस चेक पोस्ट की स्थापना आबकारी विभाग द्वारा मादक पदार्थ और शराब की तस्करी को रोकने के लिए किया गया है। लेकिन यहां तैनात अधिकारियों व पुलिस कर्मियों द्वारा खुलेआम ट्रकों और तस्करों से वसूली की जाती है। इसके लिए पुलिस दलालों के माध्यम से मोटी रकम वसूलती है। यूपी के लार, सलेमपुर, मेहरौना, चूड़ियां, नदौली, भागलपुर, पिंडी, बनकता, भाटपार, बलिया, मऊ के रास्ते पशु तस्कर बड़ी व छोटी गाड़ियों में पशुओं को भरकर श्रीकरपुर के रास्ते ले जाते हैं। इसके लिए उन्हें वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों को वाहनों के हिसाब से मोटी रकम अदायगी करनी होती है जो दलाल पहले ही आकर वहां तय कर देते हैं। इसकी कई बार भनक लगने के बाद वरीय अधिकारियों द्वारा पशु तस्करों पर बड़ी कार्रवाई भी की गई है। सीमा पर पहुंचने के पहले दलाल पुलिस को अलर्ट कर देते हैं। बावजूद श्रीकरपुर चेक पोस्ट पर तैनात कर्मी अपने काले कारनामों से मानने वाले कहां हैं।

वाहनों के हिसाब से तय होता पैसा

श्रीकरपुर चेकपोस्ट पर पशुओं की तस्करी के लिए दलाल वाहनों के हिसाब से पैसा तय करते हैं। ट्रकों से पांच हजार से सात हजार, डीसीएम से तीन से पांच हजार, पिकअप पर एक हजार से पांच सौ, बोलेरो और छोटी गाड़ियों से पांच सौ रुपये का नजराना लिया जाता है। इसके बाद दलाल बीच मे पड़ने वाले थानों को पांच सौ से लेकर एक हजार रुपये देते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पशुओं से लदे वाहन रात में तय दिनों में भेजे जाते हैं।

यूपी के रास्ते बांग्लादेश भेजे जाते हैं पशु

यूपी से श्रीकरपुर चेकपोस्ट होते हुए दरौली, रघुनाथपुर, आंदर, असांव, सिसवन, मांझी, छपरा, मोतिहारी, किशनगंज के रास्ते पशुओं से लदा वाहन बांग्लादेश में चला जाता है। इस दौरान तस्करी किये गए पशुओं को अमानवीय तरीके से ट्रकों और कंटेनर में भरकर ले जाया जाता है। पुलिस इन सभी मामले में मोटी रकम लेकर उन्हें जाने के इजाजत देती है।

क्या कहते हैं एसपी

एसपी अभिनव कुमार का कहना है कि चेकपोस्ट आबकारी विभाग का है। लेकिन इसपर कुछ पुलिसकर्मियों की भी थाने से तैनाती होती है। गलत काम करने पर पकड़े गए पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

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