सरयू नदी ने खतरे के निशान को किया पार
पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश और बैराजों से पानी छोड़ने के चलते मैदानी इलाकों की नदियों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। सरयू व बूढ़ी गण्डक खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग...

पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश और बैराजों से पानी छोड़ने के चलते मैदानी इलाकों की नदियों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। सरयू व बूढ़ी गण्डक खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सरयू नदी का निम्न जलस्तर 60.82 है जो वर्तमान समय मे 60. 83 घनसेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यूपी के चित्रकूट और गिरजा बैराज से लगातार पानी छोड़ने से यह स्थिति हुई है। पिछले तीन-चार दिनों तक पानी का स्थिति बिल्कुल सामान्य थी। अचानक गिरजा बैराज के गेट संख्या 12 और 13 को खोलने से नदियों का जलस्तर बढ़ गया। सरयू के बढ़ते जलस्तर से ग्यासपुर, तिरबलुआ, बलुआ, खड़ौली, मैरिटार, पाण्डेयपार, योगियाडीह, गुठनी, गोहरुआ, श्रीकरपुर सहित दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई गांवों के निचले इलाकों में पानी घुसने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ते जलस्तर से लोगों में काफी भय है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के एग्जक्यूटिव इंजीनियर हरे कृष्ण प्रसाद ने बताया कि हमारी टीम ने तिरबलुआ, ग्यासपुर, योगियाडीह, बलुआ सहित आधा दर्जन से अधिक गांव का दौरा किया। जहां कटाव व पानी का अत्यधिक दबाव है वहां पर बालू की बोरियां व एमसी किट लगाने का निर्देश दे दिया गया है।
