चार थाना क्षेत्रों में महिला उत्पीड़न के 63 मामले किए गए दर्ज
दरौली विधानसभा में पिछले एक वर्ष में महिलाओं से जुड़े उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न, मारपीट और घरेलू हिंसा के 856 मामले सामने आए हैं। पुलिस ने 63 मामलों में प्राथमिकी दर्ज की। महिला हेल्प डेस्क पर महिला...

गुठनी, एक संवाददाता। दरौली विधानसभा में पड़ने वाले तीन थानों दरौली, गुठनी, अंसाव और आंदर में विगत एक वर्ष में 856 मामले सामने आए हैं। इनमें महिलाओं से जुड़े उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न ,मारपीट और घरेलू हिंसा के मामले अधिकतर पुलिस को मिले। जहां थानों में बने महिला हेल्प डेस्क पर महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मियों द्वारा पीड़ित महिलाओं की फरियाद को सुनी गई। वहीं, उसके निपटारे को लेकर भी पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, 856 मामलों में से करीब 63 ऐसे मामले आए। इनमें पुलिस ने जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की। आरोपितों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हुई। दरौली थानाअध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि महिलाओं के लिए थाना परिषद में अलग हेल्प डेस्क बनाया गया है। जहां पर मौजूद महिला पुलिस कर्मियों द्वारा उनकी फरियाद को सुनी जाती है। उसे पर त्वरित कार्रवाई भी की जाती है। महिलाओं से जुड़े किसी भी मामले में पुलिस द्वारा लापरवाही नहीं बरती जाती। महिला हेल्प डेस्क की काउंसलिंग साबित हो रही है कारगर दरौली, गुठनी अंसाव और आंदर थानों में आ रही महिला उत्पीड़न से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, आकंड़ों को देखें तो पता चलता है कि अधिकतर मामलों को महिला हेल्प डेस्क से ही सुलझा दिया जाता है। इसमें मायके व ससुराल वालों से बातचीत, मामले का त्वरित समाधान, पीड़िता की बातों को सुनना, पुलिस का सहयोग शामिल है। गुठनी थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस पहले काउंसिलिंग से ही मामले को सुलझाने की कोशिश करती है। अगर ऐसे मामले सामने आते हैं, जिससे पीड़िता को किसी तरह की दिक्कत हो सकती है। उसमें पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर कारवाई करती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।