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कोचिंग संस्थान सरकारी आदेश का नहीं कर रहे पालन लापरवाही रोज झुंड में इकट्ठा हो रहे हैं छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमण फैलने से बेपरवाह संचालक फोटो संख्या: 16 गुरुवार को बसंतपुर में कोचिंग से बाहर...

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हिन्दुस्तान टीम,सीवानThu, 08 Oct 2020 07:10 PM
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कोचिंग संस्थान सरकारी आदेश का नहीं कर रहे पालन

लापरवाही

रोज झुंड में इकट्ठा हो रहे हैं छात्र-छात्राएं

कोरोना संक्रमण फैलने से बेपरवाह संचालक

फोटो संख्या: 16 गुरुवार को बसंतपुर में कोचिंग से बाहर निकलते छात्र-छात्राएं।

बसंतपुर। एक संवाददाता

प्रखंड मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में कोचिंग संचालक बेधड़क संस्थानों को चला रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं इकट्ठा हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन सबकुछ देखने के बाद भी मौन है। लॉकडाउन के बाद जब सरकार ने चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की घोषणा करनी शुरू की तो शिक्षण संस्थानों को पहले राहत नहीं मिली। बाद में सरकार ने उच्च वर्ग के लिए कुछ ढ़ील दिए। बावजूद इसके लिए भी शर्त रखी गई। इस माह के शुरुआत में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने जो आदेश दिया उसमें राज्य सरकार से सहमति के बाद शिक्षण संस्थानों को खोलने का निर्देश दिया गया। वहीं इसके लिए स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर एसओपी बनाने का निर्देश था। सुरक्षा मानकों में संस्थान को पूरी तरह से रोजाना सेनेटाइज करना भी शामिल था। साथ ही मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग की भी बात कही गई थी। मुख्यालय में 20 से भी अधिक कोचिंग संस्थान हैं। जिसमें से अधिकांश स्टेट हाईवे-73 के किनारे ही स्थित हैं। ऐसे में कोचिंग के शुरू व समापन के समय छात्रों की आवाजाही के कारण हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कोचिंग में पढ़ने दूर-दराज के गांवों से भी बच्चे साइकिल व अन्य साधनों से पहुंचते हैं। मुख्यालय के आदर्श मिडिल स्कूल व स्टेट बैंक की शाखा के नजदीक रोजाना कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। ऐसे में लोग कई तरह की चर्चा कर रहे हैं।

नहीं दिखाई देता कोरोना का कोई असर

कोचिंग संस्थानों में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण को लेकर संचालकों से लेकर छात्रों में कोई डर नहीं दिखाई देता। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग बीते दिनों की बात हो गई। झुंड में छात्र-छात्राओं का आना व जाना संचालकों के अलावा प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा करता है। मुख्यालय में चर्चा हो रही है कि प्रशासन जानबूझकर इस मामले में कुछ नहीं बोल रहा। जबकि प्रशासन को सारी गतिविधियों की जानकारी है। पढ़ने आने वाले छात्र न तो मास्क का प्रयोग कर रहे हैं न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही कर रहे हैं। सरकार के गाइडलाइंस का कहीं भी अनुपालन नहीं हो रहा।

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