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रघुनाथपुर में कृषि फीडर चालू नहीं, नया काम भी कई जगह शुरू नहीं

रघुनाथपुर में कृषि फीडर बनाने का काम शुरू हुए 7 साल हो चुके हैं, लेकिन किसानों को अब भी सिंचाई की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। योजना के तहत आवश्यक पोल और ट्रांसफार्मर नहीं लगे हैं, जिससे किसान...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीवानSun, 12 Oct 2025 05:55 PM
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रघुनाथपुर में कृषि फीडर चालू नहीं, नया काम भी कई जगह शुरू नहीं

रघुनाथपुर, एक संवाददाता। सात साल पहले जब यहां पर कृषि फीडर बनाने का काम शुरू हुआ तो इलाके के किसानों को यह यकीन हो गया कि जल्द ही उनके दिन बहुरेंगे। खेती करना घाटे का सौदा साबित नहीं होगा। सिंचाई पर सबसे ज्यादा खर्च होने की समस्या से जल्द छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। किसानों की समस्या यह आज भी जस का तस बरकरार है। केन्द्रीय कृषि व ऊर्जा मंत्रालय ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत रघुनाथपुर में जुलाई 2017 में ही कृषि फीडर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। लेकिन, 7 साल बाद भी न ढंग से कहीं पोल-तार दिख रहे हैं और न ट्रांसफार्मर ही।

वैसे तो यह योजना पूरे जिले भर में शुरू हुई थी। करोड़ों रुपये इस योजना पर खर्च करने की बात सामने आ रही है। इस योजना में जिले के सभी प्रखंडों और लगभग सभी गांवों को शामिल किया गया है। लेकिन, कुछेक जगहों को छोड़कर कहीं भी यह योजना धरातल पर कारगर ही साबित नहीं हुई है। खासकर रघुनाथपुर प्रखंड में तो यह योजना किसानों के लिए फिसड्डी ही साबित हो रही है। इधर, प्रखंड में दो एजेंसी के माध्यम से नए सिरे से गांवों को चिन्हित करके पोल और ट्रांसफार्मर लगाना है। लेकिन, अब तक सभी जगह कार्य भी शुरू नहीं हुआ है। कुछेक जगह पोल गिराया गया है तो कुछेक जगह गाड़ने का काम हुआ है। जबकि हर गांव में हर बोरिंग तक बिजली का कनेक्शन देने का सरकार का प्रावधान है। कई गांवों में न पोल लगा है न तार ही लगाया गया पूर्व में हुए कार्य मे कई गांवों में न तार-पोल लगाया गया है और न ट्रांसफार्मर ही। किसान बिजली कनेक्शन लेकर पछता रहे हैं। घरेलू ट्रांसफार्मर से खेतों तक न तो निर्बाध बिजली ही मिल रही है और न पर्याप्त वोल्टेज ही। शिकायत करने के बाद भी इसका निदान नहीं किया जा रहा है। निखती खुर्द के किसान शम्भूनाथ राय ने बताया कि जब तक सिंचाई के लिए पर्याप्त साधन नहीं हो जाते, तब तक किसानों के लिए खेती घाटे की सौदा बनी ही रहेगी। मौजूदा समय में बिजली और नहर ही सस्ती सिंचाई में कारगर साबित हो सकती है। लेकिन, नहरों में पानी आती है तो भी किसानों को अपनी फसल की सिंचाई डीजल पंपसेट से ही करनी पड़ रही है। इन गांवों में कृषि फीडर से जुड़े कराए गए हैं काम प्रखंड के बंगरा, लगुसा, दुदहा, दयाछपरा, लौकीपुर, बसंतपुर, फुलवरिया, निखती खुर्द, निखती कला, मुरारपट्टी, विशुनपुरा, बेलवार, नवादा, मिर्जापुर, आदमपुर, हरपुर, लच्छीपुर, खुजवां व रघुनाथपुर आदि गांवों में कृषि फीडर से जुड़े काम कराए गए हैं। लेकिन, निखती खुर्द, निखती कला और बेलवार आदि गांव में काम अधूरा ही है। यहीं नहीं कई जगह पर 11 हजार के हाई टेंशन और बोरिंग तक सप्लाई देने वाले लो टेंशन तार चोरों का गिरोह काट लिया है। सड़क किनारे व खेतों में लगे ट्रांसफार्मर क्वायल भी निकाल लिए गए हैं।

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