सभी छठ घाटों की सफाई व खतरनाक घाटों की सुरक्षा करें सुनिश्चित : विधानसभाध्यक्ष
सीवान। दीपावली व महापर्व छठ के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करने को कहा गया है। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने बताया कि इस संदर्भ में नगर परिषद प्रशासन को...

सीवान। दीपावली व महापर्व छठ के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करने को कहा गया है। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने बताया कि इस संदर्भ में नगर परिषद प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि नगर परिषद क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करें। साथ ही शहर दाहा नदी पुलवा घाट, शिवव्रत साह घाट, रामदेव नगर घाट, श्रीनगर, कंधवारा, पचमंदिरा व बरईया टोला समेत सभी छठ घाटों पर जहां कचरे का अंबार लगा है, वहां अधिक से अधिक श्रमिक लगाकर वहां की साफ-सफाई सुनिश्चित करें। विधानसभाध्यक्ष ने जोखिम वाले खतरनाक घाटों की जानकारी मिलने पर वहां बैरिकेडिंग लगाकर लोगों की जानकारी के लिए इससे जुड़ी सूचना लगवाने का निर्देश दिया। कहा कि जिला प्रशासन घतरनाक घाटों पर एसडीआरएफ की टीम की तैनाती निश्चित रूप से करें। वहीं सभी घाट व घाट पर जाने वाले मार्गो पर अधिक से अधिक सुरक्षा कर्मियों व दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त होते ही सभी छठ घाटों का भौतिक निरीक्षण करूंगा।
क्या कहती छठ व्रती
फोटो संख्या - 3
कैप्शन - इंदू देवी।
पचमंदिरा पोखरा घाट पर बड़ी संख्या में महिलाएं छठ व्रत के दौरान अर्घ्य देती हैं। शहर का प्रमुख घाट होने के बावजूद यहां व्यवस्था सृदृढ नहीं रहती है। पूरे पोखरा में जलकुंभी फैला हुआ है। किनारे में गंदगी है, साथ ही पोखरा तट भी गंदगी से भरा पड़ा है। स्थानीय लोग भी इसके लिए जागरूक नहीं हैं। पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में पचमंदिरा पोखरा के सौन्दर्यीकरण की बात उठी थी, लेकिन आजतक इस दिशा में केाई कार्य नहीं हुआ है।
इंदू देवी, छठ व्रती
फोटो संख्या - 4
कैप्शन - रेणु तिवारी।
पचमंदिरा पोखरा के महत्व को देखते हुए इसे इस हिसाब से व्यवस्थित किया जाना चाहिए ताकि सालों भर यह साफ व स्वच्छ दिखे। दुखद पहलू यह है कि सिर्फ छठ पूजा के दौरान लोगों को इसकी सफाई का ख्याल आता है। पांच मंदिरों से घिरे इस पोखरा पर पूजा-पाठ व मूर्ति विसर्जन के साथ ही कर्मकांड भी होते हैं, बावजूद इसका सही से रख-रखाव नहीं हो रहा है। छठ करीब है, लेकिन सफाई की अबतक कोई पहल नहीं की गई।
रेणु तिवारी, प्राचार्या
