हसनपुरा में 15 लाख से बन रहा जीविका भवन
हसनपुरा, एक संवाददाता।जिले में बेसहारा बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने में समाज कल्याण विभाग एवं राज्य बाल संरक्षण समिति द्वारा संचालित प्रायोज

हसनपुरा, एक संवाददाता। एक तरफ सरकार नारी के सशक्तिकरण के लिए शोषित, पिछड़ी जाति तथा गरीब महिलाओं के सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान के लिए काम कर रही है। इसमें जीविकाओं द्वारा हर गांव से लेकर हर टोले में विभिन्न योजनाओं द्वारा विकास का कार्य करवाया जा रहा है। वहीं प्रखंड के लहेजी में उन जीविकाओं के लिए भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। यह भवन वित्तीय वर्ष 2023- 24 योजना के तहत मनरेगा विभाग से लगभग 15 लाख 97 हजार रुपए से बनाया जा रहा है। इस भवन को पूर्ण होते ही जीविकाओं को सपुर्द कर दिया जाएगा। जीविका के भवन का स्ट्रक्चर लगभग पूर्ण हो चुका है। कुछ प्लास्टर और गेट ग्रिल रंग रोगन का कार्य अंतिम दौर में है। जीविका के लिए भवन को बन जाने से उनके प्रति काफी खुशी दिख रही है। जीविका से जुड़े कार्य इस भवन के माध्यम से पूरे किए जाएंगे। फिलहाल, जीविका को अपने भवन नहीं होने से जहां तहां बैठ कर या कहीं निजी भवन में मीटिंग आदि का कार्य होता था। जहां इस भवन निर्माण से सारी समस्या खत्म हो जाएगी। इस भवन में एक मीटिंग हॉल, एक कार्यालय और एक शौचालय का निर्माण करवाया गया है। जो कि सारी बुनियादी सुविधाओं से लैस है। जीविका के क्षेत्रीय प्रबंधक सुमन कुमार ने बताया कि प्रखंड में जीविका का बहुत बड़ा समूह है। जो रात दिन सरकार के लिए दिए गए गाइडलाइन के अनुसार कार्य करती रहती है। जिसके लिए जीविकाओं के लिए प्रखंड में कोई अपना भवन बैठने के लिए नहीं था। इसलिए प्रखंड के लहेज़ी गांव में जीविका भवन बन जाने से यहां के ग्राम संगठन को बैठने की एक निश्चित जगह मिल जाएगी। जहां बैठक व जीविकाओं के अन्य कोई कार्यक्रम किया जायेगा। सरकार की ऐसी व्यवस्था जिससे महिलाओं को उत्थान के लिए सभी तरह के कार्य होते हैं। जीविका दीदी सभी कार्य ईमानदारी पूर्वक करती हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे आयुष्मान कार्ड बनाने में भागीदारी से लेकर चुनाव से जुड़े कार्य, पौधारोपण कार्यक्रम, पौधे वितरण, नर्सरी व्यवस्था, मछली पालन, मधु मक्खी पालन, मशरूम उत्पादन व अन्य योजनाओं पर कार्य दीदी करती हैं। प्रखंड व नपंचायत में लगभग एक से अधिक महिला ग्राम संगठन कार्यरत है। जिसमें 1445 समूह हैं। एक समूह में 12 से लेकर 15 महिलाएं जुड़कर समूह में कार्य करती हैं। जबकि, एक समूह में कम से कम 10 और अधिक से अधिक 15 महिलाओ का समूह बनाने का प्रावधान है। लेकिन किसी-किसी जीविका समूह में 15 महिला जुड़कर सरकार के दिए गए गाइडलाइन के अनुसार कार्य करती हैं। प्रखंड व नपंचायत में लगभग 17340 महिलाएं जीविका का कार्य बखूबी से करती हैं।
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