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बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिलने पर फूटा गुस्सा

बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड की सभी 11 पंचायतों में पीड़ितों को अब तक किसी तरह की राहत नहीं मिलने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को पूर्व जिला पार्षद रामायण सिंह के...

बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिलने पर फूटा गुस्सा
हिन्दुस्तान टीम,सीवानWed, 05 Aug 2020 09:43 PM
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बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड की सभी 11 पंचायतों में पीड़ितों को अब तक किसी तरह की राहत नहीं मिलने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को पूर्व जिला पार्षद रामायण सिंह के नेतृत्व में एनएच सड़क पर मदारपुर गंडक नहर पुल के पास सैकड़ों लोगों ने राहत नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया। पीड़ितों ने टायर जलाकर नारेबाजी करते हुए प्रशासन के प्रति अपनी भड़ास निकाली।

बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि पूरा प्रखंड एक सप्ताह से ज्यादा समय से बाढ़ से जूझ रहा है। बाढ़ पीड़ित ऊंचे ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। प्रतिदिन बाढ़ के पानी में डूबने से मौत की घटनाएं हो रही हैं। बावजूद स्थानीय प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को पर्याप्त सहायता उपलब्ध नहीं करा रहा है। प्रदर्शनकारी सभी बाढ़ पीड़ितों को अविलंब राहत राशि के साथ अनाज का वितरण कराने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना है कि बाढ़ की चपेट में आने से प्रखंड की सभी खरीफ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। ऐसी स्थिति में सभी किसानों के खाते में प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा अति शीघ्र दिया जाना चाहिए।

सूचना पर बीडीओ अलाउद्दीन अंसारी, सीओ अजय कुमार ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर सभी पीड़ितों की सूची बनाकर अविलंब राहत दिए जाने का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। अधिकारियों ने कहा कि पंचायतवार मुखिया, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी तथा अन्य जनप्रतिनिधियों की मदद से राहत के लिए सूची बनाने का काम किया जा रहा है। मौके पर राजद नेता प्रमोद राय, फिरोज आलम, शंभू साह, मनोज सिंह, हरेंद्र सिंह, फुल कुमारी देवी, वीरेंद्र तिवारी, उमेश शर्मा, रामेश्वर शर्मा, शांति देवी, मंजू देवी, कलावती देवी, उर्मिला देवी थीं।

मुखिया पहुंचा रहे राहत सामग्री

फोटो-2. नाव से राहत सामग्री लेकर जाते बसौली के मुखिया व अन्य।

लकड़ी नबीगंज। बाढ़ प्रभावितों की मदद में पूरी मुस्तैदी से लगे बसौली पंचायत के मुखिया प्रखंड में चर्चा का केंद्र बने हैं। एक सप्ताह से ज्यादा समय से पंचायत के सभी वार्ड पीड़ितों के बीच मुखिया के साथ युवाओं की टोली नाव से जाकर पल-पल की खबर ले रही है। बाढ़ पीड़ितों को जरूरत के हर सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पंचायत के बसौली, उज्जैना, तेलिया, कपरीपुर आदि गांवों को मिलाकर हजारों एकड़ क्षेत्र में पंचायत की आबादी है। पूरा पंचायत बाढ़ के पानी से लबालब भरा है। कोई परवाह परवाह किए बगैर मुखिया व उनकी टीम नाव से जाकर पीड़ितों की मदद कर रही है। कम्युनिटी किचेन के लिए बनने वाले सामान नाव से मुखिया स्वयं पहुंचा रहे हैं। मुखिया योगेंद्र राय ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में पंचायत के कई युवा पूरी मुस्तैदी से लगे हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों की मदद में पंचायत के कई लोग दिल खोलकर मदद कर रहे हैं।

बाढ़ पीड़ितों के लिए काम करने लगा सामुदायिक किचेन

भगवानपुर हाट। प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तीन स्थानों पर सामुदायिक किचेन काम करने लगा है। एसडीओ मंजीत कुमार ने मंगलवार को बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तरी साघर सुल्तानपुर पंचायत के मराछी व हसनपुरा ढाला में तथा भीखमपुर पंचायत के नगवां में सामुदायिक किचेन का शुभारंभ कराया था। हरेक किचेन में हर रोज तीन-तीन सौ लोगों को तैयार भोजन कराने की व्यवस्था की गई है। इन रसोईघरों में बाढ़ पीड़ित लोग पहुंच कर भोजन कर रहे हैं। इससे पीड़ित लोगों को काफी राहत मिली है। उत्तरी साघर सुल्तानपुर के मुखिया सुभाष सिंह दिन-रात एक कर बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगे हुए हैं।

दरौली में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर

दरौली। नेपाल व सरयू नदी के तटवर्ती यूपी में पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश से दरौली में बुधवार को सरयू नदी खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। दरौली में सरयू नदी का खतरे का निशान 60 मीटर 82 सेंटीमीटर है। जो 61 मीटर 52 सेमी तक पहुंच गया है। केंद्रीय जल सूचना आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज से मिली फॉर कास्ट में बुधवार की देर शाम से नदी का जलस्तर खड़ा हो जाएगा। उसके बाद जलस्तर में कमी आएगी। इस तरह जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से नदी के निचले इलाकों में हड़कंप मच गया है। साथ हीं तटीय इलाकों के गांव में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

सरयूनदी का पानी तटीय इलाकों में फैला

सिसवन। प्रखंड में सरयू नदी का पानी का रफ्तार थमने का नाम नही ले रहा है। पिछले 24 घंटों में सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में 13 सेंटीमीटर बढ़ा है। पानी में हो रहे उफान के चलते सरयू नदी गंगपुर सिसवन में मंगलवार की दोपहर 2 बजे खतरे के निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। यहां नदी का जलस्तर 57.85 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया। पिछले 24 घंटे के दौरान यहां नदी के जलस्तर में 13 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है। केंद्रीय जल आयोग के सूत्रों के अनुसार कि गंगपुर सिसवन में सरयू नदी का पानी प्रति दो घंटे में एक सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। सरयू के जलस्तर में पिछले चार दिनों से हो रही बढोत्तरी को देख नदी के किनारे बसे गांवों के लोग भयभीत हैं।

बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे लोग

भगवानपुर हाट। प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों की मदद के लिए कई हाथ उठे हुए हैं। पीड़ितों की हालत देख सामाजिक कार्यकर्ता व नेता प्रभावित क्षेत्रों में घुम-घुमकर उनको सहायता पहुंचाने में लगे हुए हैं। बुधवार को कई लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में राहत सामग्रियों का वितरण किया। पूर्व प्रमुख राजकुमारी देवी के तरफ से उनके पुत्र मनीष कुमार ने उत्तरी साघर सुल्तानपुर पंचायत के महना, मराछी, मलिकपुरा, धूमनगर गांवों के बाढ़ पीड़ितों के बीच खाने का पॉकेट(पूड़ी, सब्जी) का वितरण किया। खेढ़वां गांव में बुधवार को मुखिया सरोज देवी की तरफ से पूर्व बीडीसी सदस्य अमरनाथ श्रीवास्तव ने पीड़ितों के बीच बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया। राजीव रंजन उर्फ रुन्नु बाबू ने बुधवार को उत्तरी साघर सुल्तानपुर के पांडेय मोड़ में पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश प्रधान महासचिव और भारत स्काउट और गाइड के मुख्य जिला आयुक्त अभिषेक कुमार सिंह ने प्रखंड के उत्तरी साघर सुल्तानपुर पंचायत के महना, धूमनगर व अन्य बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर पीड़ितों से मिलकर उनके बीच राहत सामग्री का वितरण किया।

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