तटबंध पर शरण लिए लोगों को भोजन की समस्या
प्रखंड क्षेत्र के अख्ता पश्चमी चकवा पंचायत के कई गांव बाढ़ की पानी से इस कदर घिर चुका है कि सैकड़ों परिवार तंबू गाड़कर तटबंध पर शरण ले रखे है। उनके समक्ष खानेपीने की समस्या बनी हुई है। बागमती के दाया...
प्रखंड क्षेत्र के अख्ता पश्चमी चकवा पंचायत के कई गांव बाढ़ की पानी से इस कदर घिर चुका है कि सैकड़ों परिवार तंबू गाड़कर तटबंध पर शरण ले रखे है। उनके समक्ष खानेपीने की समस्या बनी हुई है। बागमती के दाया तटबंध के बाहर चकवा गांव, पुनर्वास,तकिया टोला, पिपराही सुल्तान के सैकड़ों परिवारों का घर बागमती, लालबकैया नदी के बाढ़ के पानी से घिर चुका है। वहीं, दर्जनों घरों में पानी प्रवेश कर गया है। बाढ़ की पानी से घिरे गांव के लोगो को जब अपने घरों से बाहर निकलने में परेशानी होने लगीं तो सैकड़ो परिवार पॉलीथिन तिरपाल, बांस से तटबंध पर तम्बू गाड़ तीन दिनो से रह रहे है। बारिश भी लगातार हो रही है। तटबंध पर तम्बू में शरण ले रखे मु.मैमून नेसा, शाहिद अली खां, ताहीद कुरैसी, मोती खां, तशिर कुरैसी बताते है कि प्रत्येक बर्ष बाढ़ की त्रासदी झेलते आ रहे है। चकवा लोहारी टोला के सामाजिक कार्यकर्ता परवेज आलम खां कहते है कि पीड़ित परिवार तीन दिनों से तटबंध पर तम्बू गाड़कर शरण लिए हुए है। सीओ अमित कुमार के साथ नोडल पदाधिकारी, विधायक अमित कुमार टुन्ना, पूर्व विधायक मोतीलाल प्रसाद अलग-अलग क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा ले चुके है। लेकिन सरकारी स्तर पर अबतक सामुदायिक किचन व तिरपाल की व्यवस्था नहीं की गई हंै। पीड़ित बताते है कि पताही में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र किराए के मकान में कहने को संचालित है। लेकिन उसका ताला कभी भी खुलता ही नहीं है। तबियत खराब होने की स्थिति में आठ-दस किलोमीटर दूर बैरगनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज को जाने की विवशता होती है।