फर्जी हस्ताक्षर से किया गया छात्रवृत्ति घोटाला
कल्याण कार्यालय के पदाधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर से 4 करोड़ 54 लाख की निकासी गई...
कल्याण कार्यालय के पदाधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर से 4 करोड़ 54 लाख की निकासी गई है। फर्जी निकासी में उपयोग किए चेक पर वर्तमान कल्याण पदाधिकारी के भी फर्जी हस्ताक्षर मिले हैं। डीएम को सौंपे जांच रिपोर्ट में कल्याण पदाधिकारी निवेदिता ने कहा कि कल्याण की छात्रवृति राशि गबन की जांच की गई। इसमें चेक पर पदाधिकारियों का फर्जी हस्ताक्षर कर राशि का अवैध रूप से निकासी की गई है। जब भी कोई चेक कार्यालय से निर्गत किया जाता है तो उसके साथ एक पत्र जिसमें उस चेक का संख्या और राशि अंकित रहता है और उसका उल्लेख चेक पंजी और रोकड़ पंजी में होता है। लेकिन, जिस चेक से रुपए की निकासी की गई है, उसके साथ कोई पत्र निर्गत है और नही चेक व रोकड़ पंजी में उल्लेख है। उन्होंने कहा कि कार्यालय से पदाधिकारी के हस्ताक्षर की गोपनीयता को किसी कार्यालय कर्मी द्वारा भंग किया गया है। चेक का रख-रखाव नाजिर के पास होता है।
बैंक पंजी व प्री-मैट्रिक सहायक रोकड़ पंजी के अवलोकन से पता चला कि कुछ चेक को उक्त पंजी में अवैध तरीके से नाजिर द्वारा दर्ज किया गया है। बैंक विवरणी से पता चलता है कि कल्याण पदाधिकारी शुभनारायण दत्त के कार्यकाल में भी फर्जी हस्ताक्षर से राशि की निकासी की गई है। बैंक स्टेटमेंट साफ होता है कि अवैध निकासी सिलसिला जिला कल्याण पदाधिकारी के पद से संधारित खाता से कई वर्षो से चल रहा है। अवैध रूप से निकासी किए रूपए कुछ चिंहित खातों में बार-बार ट्रांसफर किया गया है।