छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था करें दुरूस्त
सीतामढ़ी में छठ पूजा को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें सभी अधिकारियों को सुरक्षा...
सीतामढ़ी। छठ पूजा शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण संपन्न कराने के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में विमर्श सभा कक्ष में छठ पूजा को लेकर विधि व्यवस्था संधारण के मद्देनजर बैठक की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी भी उपस्थित थे। बैठक में डीएम और एसपी के द्वारा सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। सभी अंचल अधिकारी,नगर निकायों के कार्यपालक अधिकारी के साथ नगर आयुक्त नगर निगम सीतामढ़ी, जिला अग्निशमन पदाधिकारी ,स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य सभी महत्वपूर्ण विभागों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जानकारी दी गयी कि 5 नवंबर को नहाए खाए से छठ महापर्व अनुष्ठान शुरू होगा। 6 अक्टूबर को खरना, 7अक्टूबर को प्रथम संध्याकालीन अर्ध्य एवं 8 अक्टूबर को द्वितीय प्रातः कालीन अर्घ्य के साथ छठ पूजा संपन्न होगा। इसके पूर्व सभी तैयारी संपन्न कर ली जाएगी। बैठक में संवेदनशील स्थानों एवं और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। सोशल मीडिया पर चौकसी बरती जाए साथ ही सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर उत्तेजक आपत्तिजनक टिप्पणी को रोकने हेतु आवश्यक प्रशासनिक सतर्कता और निगरानी रखी जाए एवं सुरक्षा मूलक करवाई किया जाए। जिन घाटों पर पानी अधिक है वहां लाल झंडा लगाने का निर्देश दिया गया।साथ ही अधिक भीड़ वाले घाटों पर बैरकेडिंग का कार्य करें।सभी बीडीओ को निर्देशित किया गया कि छठ घाटों के आयोजकों को आपदा प्रबंधन से प्रशिक्षित वॉलिंटियर्स को छठ घाट पर रखवाना सुनिश्चित किया जाए। भीड़-भाड़ वाले स्थान पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया। दलदलीय/ खतरनाक घाटों को चिन्हित कर अग्रेतर कार्रवाई की जाए। सभी घाटों पर चेंजिंग रूम ,वीडियो ग्राफी,वॉच टावर का अधिष्टापन, स्थानीय गोताखोरों की तैनाती एवं आपदा मित्रों का सहयोग लेने की बात कही गई।सभी घाटों पर वाहन पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित हो। मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की जाए। पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस लगाएं जाए।रेलवे ट्रैक के घाटों पर विशेष निगरानी रखी जाए।सभी घाटों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हो। सदर अस्पताल सहित सभी रेफरल अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य उप केंद्रों में चिकित्सक एवं कर्मी रोस्टर के अनुसार 24 घंटे उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे। बिना अनुज्ञप्ति का कोई पटाखा दुकान संचालित न हो।अधीक्षक मद्ध निषेध को निर्देश दिया गया कि मद्ध निषेध का पूर्णतः अनुपालन कराया जाए।किसी भी परिस्थिति में खुले तारों का उपयोग न हो तथा समय-समय पर तारों की जांच की जाए। कवर्ड तार का प्रयोग किया जाए।पर्याप्त संख्या में गोताखोर ,नाव,नाविक लाइफ जैकेट की व्यवस्था की जाए ।सुचारू यातायात व्यवस्था को लेकर एसडीओ एवं एसडीपीओ को जिम्मेदारी दी गई है। संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी मुख्य घाटों पर विधि व्यवस्था के मद्देनजर नियंत्रण कक्ष की स्थापना करेंगे।भीड़ में शरारती तथा
असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सादी वर्दी में पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मियों की प्रति नियुक्ति की जाएगी ।जिन घाटों पर भीड़ अधिक होने की संभावना है उन घाटों को चिन्हित कर भीड़ के नियंत्रण के उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे तथा अनुमंडल स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
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