पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के आवेदन का सत्यापन में शिक्षण संस्थान लापरवाह
सीतामढ़ी में 158 शिक्षण संस्थानों द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए 4047 छात्रों के ऑनलाइन आवेदन का सत्यापन नहीं किया गया है। इससे एससी, एसटी, बीसी और ईबीसी के छात्रों का छात्रवृत्ति भुगतान फंस...
सीतामढ़ी। जिले में 158 शिक्षण संस्थानों द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के लिए आवेदन का ऑनलइन सत्यापन में उदसीनता बरती जा रही है। इस कारण ऑनलाइन आवेदन कर चुके 4047 छात्र-छात्राओं का पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति का भुगतान फंसा हुआ है। इसमें एससी, एसटी, बीसी व ईबीसी कोटि के छात्र-छात्राएं शामिल है। बताया गया है कि वर्ष 2022-23 में लाभान्वित होने वाले छात्र-छात्राओं का शिक्षण संस्थानों की ओर से आवेदनों का सत्यापन करने का डेडलाइन समाप्त हो चुका है। जबकि 2023-24 में लाभान्वित होने वाले छात्र-छात्राओं के आवेदनों का सत्यापन का कार्य चल रहा है, लेकिन शिक्षण संस्थानों द्वारा आवेदनों के सत्यापन कार्य में कोताही बरती जा रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत जिले के 158 शिक्षण संस्थानों द्वारा आवेदनों का सत्यापन नहीं किया गया है। इसके चलते पोर्टल पर आवेदन कर चुके 4047 छात्र-छात्राएं को प्रोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना से वंचित होना पड़ेगा। इसमें एससी, एसटी, बीसी व ईबीसी के छात्र-छात्राएं शामिल है।
सत्यापन नहीं करने वालों में डुमरा के 45 शिक्षण संस्थान:
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के लिए आवेदन का सत्यापन नहीं करने वाले में सबसे अधिक डुमरा प्रखंड के 45 शिक्षण संस्थान शामिल है। जबकि सुरसंड के 13, रुन्नीसैदपुर के 12, परिहार के 11, सोनबरसा के 11, बैरगनिया के 10, बथनाहा के नौ, नानपुर के नौ, बेलसंड के सात, पुपरी के सात, मेजरगंज के पांच, परसौनी के पांच, रीगा के पांच, सुप्पी के चार, बाजपट्टी के दो, बोखड़ा के एक, चोरौत के दो शिक्षण संस्थान आवेदन के सत्यापन में उदासीन बने हुए है। बीईपी के संभाग प्रभारी जीवन कुमार ने बताया कि शिक्षण संस्थानों द्वारा आवेदनों के सत्यापन में कोताही बरती जा रही है। इसकी सूची तैयार की गई है।
किस प्रखंड के कितने छात्र-छात्राओं का सत्यापन नहीं:
प्रखंड शिक्षण संस्थान लंबित आवेदन
डुमरा 45 1556
सुरसंड 13 467
सोनबरसा 11 412
परिहार 11 396
बैरगनिया 10 185
नानपुर 9 279
सुप्पी 4 138
बाजपट्टी 2 126
बथनाहा 9 79
बेलसंड 7 70
बोखड़ा 1 3
चोरौत 2 7
मेजरगंज 5 17
परसौनी 5 92
पुपरी 7 92
रीगा 5 57
रुन्नीसैदपुर 12 71
क्या है पोस्ट मैट्रिक योजना :
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता देने का एक कार्यक्रम है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा में बेहतर अवसर देना है। इसके तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को मैट्रिक के बाद अध्ययनरत पाठ्यक्रम के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है। इसके तहत पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने का प्रावधान है। आवेदन के बाद संबंधित शिक्षण संस्थानों को आवेदन का सत्यापन करना है। इसके बाद जिला स्तरीय शिक्षा विभाग के अधिकारी सत्यापन करते है। इसके बाद राज्य से सत्यापित होने के बाद छात्रवृति की राशि लाभार्थी के खाता में हस्तानांतरण किया जाता है।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के आवेदन का सत्यापन में उदासीन बने शिक्षण संस्थानों को चिह्नित कर उन्हें सत्यापन कार्य को पूरा करने के लिए सात दिनों की मोहलत दी गयी है। निर्धारित समय सीमा में आवेदनों को सत्यापन नहीं करने पर संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जाएगी।
सुभाष कुमार
डीपीओ, एसएसए
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