लोगों के आक्रोश के बाद जागे अधिकारी, हटाया अतिक्रमण
जिले में बाढ़ का पानी घटने के बाद जलजमाव की समस्या से लोग परेशान है। खासकर शहरी क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है। इससे शहरवासियों की स्थिति गांव से बदतर हो गई है। कहीं कमर भर पानी तो कहीं...
जिले में बाढ़ का पानी घटने के बाद जलजमाव की समस्या से लोग परेशान है। खासकर शहरी क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है। इससे शहरवासियों की स्थिति गांव से बदतर हो गई है। कहीं कमर भर पानी तो कहीं घुटना भर पानी हेलकर आने-जाने को विवश है। घरों के बेड रूम तक पानी घुसा है। यह हाल है शहर के वार्ड 18, 19 और 20 का। रघुनाथ झा कालेज के समीप सिंह कॉलोनी के बैजू सिंह बताते है कि कहने के लिए शहर में रहते है। लेकिन, जलजमाव के कारण स्थिति ग्रामीण क्षेत्र से भी बदत्तर है। रामश्ंाकर सिंह बताते है कि लाखों की लागत से बने मकान तो है लेकिन, मुहल्ला में जलजमाव के कारण रहना मुश्किल हो गया है।
जलजमाव के कारण लोग हो रहे बीमार:
मुहल्ले के रामनाथ सिंह, रुपेश कुमार आदि ने बताया कि घरों में पानी जमे रहने से रोज कहीं न कहीं विषैला सर्प निकलता है। जिससे शाम ढ़लते ही लोग भय सताने लगता है। सुरेन्द्र सिंह, राजीव कुमार, जानकी देवी ने बताया जलजमाव के कारण हर घर में कोई न कोई बीमार हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर परिषद कान में तेल डालकर सोयी हुई है। मोहल्ले में हर जगह नाला भी नहीं है। जहां नाला है, वह भी किसी काम का नहीं है। राजेश कुमार कहते कहीं नाला का लेअर उंचा है तो कहीं निचा। जिससे मुहल्ला के पानी की निकासी उक्त नाला से नहीं हो रही है।
स्लूईस गेट तक नाला का नहीं हो सका निर्माण: लोगों ने बताया कि पानी निकासी नहीं होने का मुख्य कारण है कि स्लुईस गेट तक मुख्य नाला का निर्माण नहीं किया गया है। राकेश कुमार व रौशन कुमार ने बताया कि इस इलाका का पानी की निकासी रिंग बांध मेला रोड वाली हनुमान मंदिर के निकट वाली स्लुईस गेट से होता हैं। जहां स्लुईस गेट जाम है।