दूधमती नदी का जीर्णोद्धार व सीमांकन शुरू
जनकपुरधाम में विलुप्त होती दूधमती नदी के संरक्षण के लिए प्रांतीय सरकार ने सीमांकन कार्य शुरू किया है। रविवार को क्षीरेश्वरनाथ नगर पालिका के अरजवां गांव से शुरुआत की गई। नेताओं ने नेपाल का झंडा लहराकर...
जनकपुरधाम। विलुप्त होती जा रही ऐतिहासिक दूधमती नदी के संरक्षण और संवर्धन के इरादे से प्रांतीय सरकार ने आज से सीमांकन का काम शुरू कर दिया है। रविवार को दुधमती नदी के उद्गम स्थल क्षीरेश्वरनाथ नगर पालिका के वार्ड नंबर 5 स्थित अरजवां गांव से सीमांकन का काम शुरू कर दिया गया है। नेपाली कांग्रेस के संयुक्त महासचिव महेंद्र यादव, मधेस के ऊर्जा, सिंचाई एवं पेयजल मंत्री शेष नारायण यादव, मंत्रालय के सचिव जक्की अहमद अंसारी, क्षीरेश्वरनाथ नगर पालिका के मेयर सुखदेव यादव, लक्ष्मीनिया ग्रामीण नगर पालिका के अध्यक्ष भोगेंद्र झा एवं अन्य जन प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से नेपाल का झंडा लहराकर सीमांकन शुरू किया। धनुषा महोत्तरी क्षेत्र में कुल 29 किमी की दुधमती नदी के सीमांकन के प्रारंभिक चरण में मानचित्र के अनुसार क्षेत्र का रेखांकन किया जाना है। दूधमती नदी के किनारे में मंदिर का निर्माण तथा निर्माण किए गए मंदिर तथा घाट का निर्माण किये जाने का लक्ष्य है। बता दें कि दूधमती नदी जनकपुरधाम में गंगा की तरह पवित्र माना जाता है।
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