चिकित्सकीय सलाह से दूर कर सकते हैं पशुओं का बांझपन
पुपरी। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं कृषि विज्ञान केन्द्र सीतामढ़ी के संयुक्त तत्वाधान...

पुपरी। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं कृषि विज्ञान केन्द्र सीतामढ़ी के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केन्द्र सीतामढ़ी में पशुधन शिविर का आयोजन किया गया। उपनिदेशक प्रसार शिक्षा पटना के डॉ पंकज कुमार एवं कृषि विज्ञान केन्द्र सीतामढ़ी के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रामईश्वर प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उदघाटन किया। इसमें पशुपालकों को पशुओं में होने वाले रोग एवं निदान के प्रति जागरूक किया गया। पशुपालकों के बीच पशुओं में बांझपन, दस्त, कृमिरोग, लिवर फ्लूक, लम्पी स्किन बीमारी की दवा का वितरण किया गया। इस दौरान पशुओं की जांच भी की गई। उपनिदेशक प्रसार शिक्षा डॉ पंकज कुमार ने कहा कि वर्तमान में पशुओं में बांझपन कि समस्या सामान्य हो गई है। इसके लिए बेहतर प्रबंधन, पोषक तत्व एवं समय समय पर चिकित्सकों कि सलाह लेना जरूरी है। केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ राम ईश्वर प्रसाद ने कहा कि इस वर्ष जिले में लम्पी स्किन रोग का संक्रमण गाय में काफी अधिक देखा जा रहा है। समय पर इलाज न होने से पशुओं की मौत हो रही है। इसके लिए इवेरमेकटीन नामक इंजेक्शन देना आवश्यक है। जिला पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमा शंकर झा, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ सरोज कुमार रजक, डॉ विवेक सिंह,डॉ सुमित सिंघल ने पशुओं के आवास प्रबंधन, भोजन प्रबंधन एवं रोग प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी। कहा कि पशुओं को सूखा चारा, हरा चारा, मिनरल मिक्सचर, नमक दें। केन्द्र के पशु चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ किंकर कुमार ने कहा कि यह जिला एक बाढ़ प्रभावित रहता है। यहां पशुपालक खुली चराई भी काफी कराते हैं। इससे पषुओं में लिवर फ्लूक कि समस्या काफी देखी जाती है। इसके लिए समय पर भोजन प्रबंधन, टीकाकरण इत्यादि काफी आवश्यक है।
