Government Investment in Model Hospital Fails to Benefit Community in Sitamarhi विभागीय पेच में फंसा मॉडल अस्पताल में मरीजों का इलाज, Sitamarhi Hindi News - Hindustan
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विभागीय पेच में फंसा मॉडल अस्पताल में मरीजों का इलाज

सीतामढ़ी के मॉडल अस्पताल पर सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं, लेकिन लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। नव निर्मित जी प्लस-5 मॉडल अस्पताल का टेकओवर नहीं हो पाया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा आई...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीSun, 29 Dec 2024 11:30 PM
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विभागीय पेच में फंसा मॉडल अस्पताल में मरीजों का इलाज

सीतामढ़ी। मॉडल अस्पताल पर सरकार के करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। सदर अस्पताल में करीब 20 करोड़ रुपए की राशि से नव निर्मित जी प्लस -5 मॉडल हॉस्पिटल है। इसका बीते छह सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व सीएम नीतीश कुमार ने वर्चुअल 188 करोड़ रुपए की लागत से आई हॉस्पिटल व 850 करोड़ रुपए की लागात से स्वास्थ्य परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किया था। मॉडल हॉस्पिटल का टेक ओवर नहीं होने पर उठ रहे सवाल: कार्यक्रम के दौरान अस्पताल परिसर में नव निर्मित 19.62 करोड़ रुपए की राशि की लागत से जी प्लस-5 मॉडल हॉस्पिटल,तीन करोड़ 89 लाख रुपए की लागत से 39 बेड का पीकू वार्ड व एक करोड़ 68 लाख रुपए की राशि से 10 बेड का आईसीयू का उद्घाटन किया गया था। लेकिन अबतक मॉडल हॉस्पिटल का टेकओवर नहीं किए जाने पर सवाल उठने लगा है।

लोग कहते हैं एक तरफ सिविल सर्जन10 शैय्या का आईसीयू आधे-अधूरे निर्माण के बिना सीएस व अन्य स्वास्थ्य विभाग के स्थल निरीक्षण किए टेक ओवर व हैंड ओवर कर संवेदक के साथ भवन में लगायी गई सामग्रियों की सूची के साथ टेक ओवर पत्र बीएमएसआइसीएल के उपमहाप्रबंधक परियोजना को दे दिया गया। जिससे आईसीयू के बिना उपयोग में आए संवेदक का भुगतान भी हो गया। लेकिन टेक ओवर होने के बाद भी आईसीयू का संचालन नहीं शुरू होने पर हाल में बवाल भी हुआ था।

जहां डीएम रिची पाण्डेय के हस्तक्षेप के बाद संवेदक के द्वारा कार्य पूरा कर अस्पताल प्रशासन को आईसीयू की चाबी सौंप दी। जिसे अस्पताल प्रशासन के द्वारा संचालन की प्रक्रिया की जा रही है। दूसरी ओर लोग सिविल सर्जन कार्यालय से लेकर विभिन्न स्वास्थ्य कार्यालयों में फैली गुटबाजी को भी अस्पताल के हैंडओवर नहीं होने का कारण बता रहे हैं।

प्राक्कलन के अनुसार होगी भवन की जांच

मॉडल हॉस्पिटल के बारे में सिविल सर्जन ने बताया कि मॉडल हॉस्पिटल का प्राक्कलन के अनुसार अस्पताल में सभी काम नहीं किया गया है। फर्नीचर समेत प्राक्कलन के अनुसार कार्य पूरा किए जाने के बाद कार्यालय के द्वारा गठित टीम के द्वारा प्राक्कलन के आधार पर मिलान किया जाएगा। जिसके बाद मॉडल हॉस्पिटल का टेक ओवर किया जाएगा।

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