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बेहतर कार्य करने वाले 54 शिक्षक सम्मानित

बेहतर कार्य करने वाले 54 शिक्षक सम्मानित

संक्षेप: सीतामढ़ी में सोमवार को एमपी हाईस्कूल में जिला अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ द्वारा शिक्षा सम्मेलन सह शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विधायक पंकज मिश्रा सहित कई अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर...

Tue, 16 Sep 2025 12:35 AMNewswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ी
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सीतामढ़ी, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय डुमरा स्थित एमपी हाईस्कूल में सोमवार को जिला अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वाधान में शिक्षा सम्मेलन सह शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष बिनोद बिहारी मंडल व संचालन खुशनंदन मंडल एवं मोनिका कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। आगत अतिथियों का स्वागत जिला सचिव दिलीप कुमार शाही ने शाल ओढ़ाकर व बुके देकर किया। वही समारोह का उद्धाटन विधायक पंकज मिश्रा, रेखा कुमारी, मिथिलेश कुमार, वंशीधर ब्रजवासी पूर्व विधायक रामनरेश यादव, लोक अभियोजक विमल शुक्ला आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के मुख्य विषय ‘ वर्तमान परिस्थिति में प्रारंभिक शिक्षा की दशा एवं दिशा पर वक्ताओं ने चर्चा की।

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वहीं समारोह में राष्ट्रीय, राजकीय पुरस्कार तथा संघ व शिक्षा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले 54 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। वहीं संगठन के जिला सचिव सह उत्कृष्ट शिक्षक दिलीप कुमार शाही को शिक्षा रत्न देकर सम्मानित किया गया। मौके पर संघ के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्य अतिथि भोला पासवान ने कहा कि, जिस तरह मजबूत चेचिस पर ही मजबूत बॉडी का निर्माण किया जाता है। उसी प्रकार प्रारंभिक शिक्षा रूपी चेचिस को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से ही मजबूत बनाया जा सकता है। वर्तमान स्थिति में प्रारंभिक शिक्षा की दशा अत्यधिक प्रयोग के कारण आज भी मैकाले के शिक्षा परिपेक्ष से नहीं निकल पाया है। उन्होंने सभी शिक्षकों से प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करने की अपील की । उन्होंने एक देश एक शिक्षा, एक सिलेबस, एक किताब के साथ पुरानी पेंशन की नीति लागू करने की मांग की। विशिष्ट अतिथि विधायक पंकज मिश्रा ने कहा कि, सभी समस्याओं का समाधान का एकमात्र साधन शिक्षा है। बिहार सरकार द्वारा प्रारंभिक विद्यालयों के छात्रों एवं विद्यालयों को सभी आवश्यक साधन संसाधन से लैश कर दिया गया है। पूर्व सदस्य बीपीएससी सह गोयनका कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओपी राय ने कहा कि, नैतिक शिक्षा के अभाव में ही बड़े बड़े पदों पर आसीन व्यक्ति भ्रष्टाचार और असंवैधानिक कार्यों में लिप्त हो जाते है। नैतिक शिक्षा की आवश्यकता देश एवं समाज के लिए जरूरी है। एमएलए मिथिलेश कुमार ने कहा कि वर्तमान शिक्षा में डॉक्टर, इंजीनियर के अलावे आदर्श भारतीय नागरिक चाहिए। वहीं एमएलसी वंशीधर ब्रजवासी ने नई शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यावसायिक, तकनीकी एवं मनोनुकूल विषय पढ़ने के स्वतंत्रता से शिक्षा का स्वरूप व्यापक हो गया है। जिस दिन से सरकारी स्कूल के शिक्षकों से डंडा छीन लिया गया, शिक्षकों को रसोइया और सफाईकर्मी बना दिया गया । उसी दिन से प्रारंभिक शिक्षा का दुर्दिन शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा के लिए प्यार के साथ थोड़ा भी जरुरी है। पूर्व एमएलए रामनरेश यादव ने कहा कि शिक्षा की रीढ़ प्रारंभिक शिक्षा को सुदृढ़ीकरण करने में सभी के सहयोग की जरूरत है। वहीं लोक अभियोजक विमल शुक्ला ने संघ के कार्यों एवं संघर्षों की सराहना करते हुए प्रारंभिक शिक्षा के आधुनिकरण पर बल दिया। डीईओ ने नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बुनियादी, तकनीकी, व्यावसायिक, शिक्षा के साथ एआई तकनीक से लैश डिजिटल शिक्षा को आत्मसात करते हुए, सभी शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की अपील की। मौके पर हरदेव बैठा, विजय कुमार शुक्ल, दिनेशचंद्र द्विवेदी, विमल कुमार परिमल, केदार शर्मा, शिक्षक नेता रामकलेवर कुमार, रणधीर सिंह, हरिवंश पासवान, रामपुकर राय, प्रेम प्रकाश मंडल, परशुराम सिंह, अशोक कुमार, श्यामसुंदर सिंह, पंकज कुमार, संजय कुमार, विजय कुमार, सरोज श्रीवास्तव, मो जावेद आदि शिक्षकों ने भी विचार को रखा। इन्हें किया गया सम्मानित: शिक्षा सम्मेलन में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक द्विजेंद्र कुमार, डॉ. गोपाल, राजकीय पुरस्कार से सम्मानित ज्ञानवर्धन कंठ, शशिकांत कर्ण, मनोज कुमार यादव, भिखारी महतो, नुसरत खातून, प्रियंका कुमारी, खुशनंदन मंडल, अमर आनंद, बरखा रानी, नारायण सहनी एवम वीणा कुमारी तथा शिक्षकों के प्रोन्नति के लिए आमरण अनशनकारी शिक्षक बिनोद बिहारी मंडल, मुकेश कुमार, अजय कुमार, ब्रह्मदेव राम एवं मरणोपरांत शिक्षक बिंदेश्वर पासवान की धर्मपत्नी राजकली देवी को सम्मानित किया गया। साथ ही सेवाकाल में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एवं संघ के संघर्ष में बहुमूल्य योगदान देनेवाले दिलीप कुमार शाही, रामनिहोरा ठाकुर, अवधेश कुमार, राधेश्याम सिंह, सोजेंद्र महतो, शिवशंकर यादव, अशोक कुमार, शेखर ठाकुर, चंद्रिका यादव, योगेंद्र पासवान, मो. रागीव अहमद, उपेंद्र चौधरी, शरीफुर रहमान, रामरतन पासवान, हरदेव बैठा, खुर्शीद अहमद, विजय कुमार, विजय त्रिवेदी एवं रामनरेश ठाकुर को मिथिला पाग़, चादर एवं मोमेंटो से सम्मानित किया गया ।